असम की 10 वर्षीय बच्ची को रायपुर में प्रताड़ना
रायपुर [ब्यूरो]। असम की एक दस साल की बच्ची को राजधानी में प्रताड़ित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला एवं बाल विकास विभाग की पहल पर प्रताड़ना सहकर घरेलू काम करने को विवश बच्ची को छु़़डाकर उसके परिजनों को सौंप दिया गया। घटना की शिकायत पर बच्ची को प्रताड़ित कर घरेलू काम कराने के मामले में पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आमानाका टीआई बीएम तिग्गा ने बताया कि मूलत: असम के हल्दीबाड़ी चाय बागान, जिला जलपाईगुड़ी निवासी जीनियस लकड़ा की बच्ची कुमारी सुमन को फरवरी 2012 में टाटीबंद निवासी रमन साहनी व उसके रिश्तेदार असम से लेकर यहां आ गए थे। तब से बच्ची से घर का कामकाज कराया जा रहा था। इस दौरान बच्ची को शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया जा रहा था। जून 2013 में इसकी जानकारी महिला बाल विकास विभाग के अफसरों को लगी तब बाल कल्याण समिति के सदस्यों की पहल पर बच्ची को उस घर से छुड़ा लिया गया। इसके बाद बच्ची को कुछ दिनों तक माना स्थित बाल कल्याण समिति की देखरेख में रखा गया। फिर उसके निवास स्थान की जानकारी लेकर उसके परिजनों को सूचना दी गई।
पुलिस ने बताया कि सुमन को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। इस घटना की शिकायत महिला एवं बाल विकास अधिकारी की ओर से बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमित चौरसिया द्वारा की गई थी। इस मामले में सोमवार की रात आरोपी रमन साहनी तथा एक अन्य के खिलाफ अपराध कायम किया गया। फिलहाल दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।