बालाघाट में खुलेगा देश का पहला माओ सेंटर
नक्सलवाद से जूझ रहे देश के 83 जिलों में से बालाघाट में नक्सलियों से निपटने एक अलग तरह का माओ (मल्टी एजेंसी ऑपरेशन) सेंटर खोला जाएगा। विदेशों की तर्ज पर माओ सेंटर को तैयार कराने के लिए सरकार ने हरी झंडी दे दी है।
पीयूष उपाध्याय/बालाघाट। नक्सलवाद से जूझ रहे देश के 83 जिलों में से बालाघाट में नक्सलियों से निपटने एक अलग तरह का माओ (मल्टी एजेंसी ऑपरेशन) सेंटर खोला जाएगा। विदेशों की तर्ज पर माओ सेंटर को तैयार कराने के लिए सरकार ने हरी झंडी दे दी है।
नक्सलियों से निपटने के लिए माओ सेंटर को हाईटेक तकनीक से लैस किया जाएगा। पकडे़ गए खूंखार नक्सलियों से पूछताछ के लिए यहां एक सेफहाउस का भी निर्माण कराया जाएगा। इसमें पुलिस अधिकारी आधुनिक उपकरणों के जरिए पूछताछ कर सकेंगे। इस सेंटर में जवानों को नक्सलियों से निपटने के लिए युद्ध के गुर भी सिखाए जाएंगे।
माओ सेंटर पर एक नजर
लागत और एरिया
3 करोड़ की राशि मंजूर
5 एकड़ में तैयार होगा
50 लाख से सेफहाउस
2.5 करोड़ से अन्य निर्माण
ताकत
एके-47 व इजराइल का एक्स 95 गन
सैकड़ों मीटर दूर से मार के लिए अंडर बॉल ग्रेनेड लॉन्चर
ऊपरी हिस्से में एलएमजी ग्रेनेड रहेगा
अभेद सुरक्षा दीवारें
वॉच-टावर व कोने-कोने में जवान
तकनीक
आधुनिक उपकरणों से लैस होंगे पुलिस अफसर
कांफ्रेंस रूम के आलावा डिजिटल मैप की सुविधा
हाई रेज्योल्यूशन सीसीटीवी कैमरे
समय-समय पर जवानों को ट्रेनिंग
इसलिए पड़ी जरूरत
बालाघाट में एक नहीं बल्कि सुरक्षाबलों की कई कंपनियां काम कर रही हैं। ऐसे में सभी कंपनियों के अफसर अलग से योजना बनाते हैं। प्लान में भिन्नता का फायदा नक्सली उठाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए माओ सेंटर बनाया जा रहा है ताकि सभी अफसर एक साथ बैठकर नक्सलियों से निपटने की प्लानिंग तैयार करें।
मिली मंजूरी
बालाघाट जिले में विदेशों कीतर्ज पर पहला माओ सेंटर बनेगा। इसके लिए सरकार ने 3 करोड़ की प्रशासकीय मंजूरी दे दी है। माओ सेंटर में सेफहाउस भी रहेगा।
-गौरव तिवारी, एसपी,बालाघाट