लेनदेन नियमों को लेकर बैंकों में हुए क्या बड़े बदलाव, यहां पढ़िए पूरी जानकारी
जानिए एसबीआई, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के नियमों में हुआ है क्या बदलाव
By Praveen DwivediEdited By: Published: Mon, 06 Mar 2017 04:41 PM (IST)Updated: Mon, 06 Mar 2017 04:46 PM (IST)
नई दिल्ली। देश के दिग्गज बैंक एसबीआई, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक एक सीमा के बाद की नकद राशि के लेनदेन पर शुल्क वसूलने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी बैंक ऐसा कर सकते हैं। बैंकों की ओर से यह कदम नकद लेनदेन को हतोत्साहित करने के लिए लिया गया है। जानिए किन बैंकों के नियमों में हुआ है क्या बदलाव-
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)
- बैंक ने महीने में तीन बार बचत खाताधारकों को बिना शुल्क के नकद धन जमा कराने की अनुमति दी है। इसके बाद नकदी के प्रत्येक लेनदेन पर 50 रुपये का सेवाकर ग्राहकों को देना होगा।
- चालू खातों के मामले में यह शुल्क अधिकतम 20,000 रुपये तक का हो सकता है।
- खातों में मासिक औसत बकाया (एमएबी) न रखने पर 100 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। साथ ही इसपर सेवाकर भी देय होगा। शहरी क्षेत्र के खाताधारकों के खाते में यदि न्यूनतम राशि 5,000 रुपये के 75 फीसद से कम होगी तो 100 रुपए का शुल्क और सेवाकर देना होगा। यदि यही बकाया न्यूनतम राशि के 50 फीसद या उससे कम हो ता है तो ऐसी स्थिति में 50 रुपये और सेवाकर देना पडेगा।
- स्टेट बैंक ग्राहकों की ओर से इसी प्रकार एक महीने में अन्य बैंक के एटीएम से तीन बार से अधिक निकासी पर 20 रुपये का शुल्क देना होगा। वहीं, पांच से ज्यादा बार की निकासी पर हर बार 10 रुपये का शुल्क देना पड़ेगा।
- हालांकि, एसबीआई खुद के एटीएम से उस स्थिति में कोई शुल्क नहीं लगाएगी, जब संबंधित व्यक्ति के खाते में 25,000 रुपये से अधिक का बैलेंस रहता है। वहीं खाते में एक लाख रुपये से ज्यादा बैलेंस होने पर स्टेट बैंक ग्राहक यदि दूसरे बैंकों के एटीएम से निकासी करते हैं तो उनसे भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
- डेबिट कार्डधारकों से एसएमएस अलर्ट भेजने के लिए एसबीआई हर तिमाही 15 रुपये का शुल्क वसूलेगा जो तीन महीने के आधार पर औसत 25 हजार रुपये की बकाया राशि खाते में रखते हैं।
- बैंक यूपीआई के माध्यम से 1,000 रुपये तक के लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं लेगा।
अगर आप एक्सिस बैंक के ग्राहक हैं तो-
- हर महीने आपको पांच बार फ्री ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी, इसमें निकासी और विदड्रॉल दोनों शामिल होंगे।
- छठे ट्रांजेक्शन से ही ग्राहक से मिनिमम 95 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन का शुल्क अदा करना होगा।
- 5 बार तक नॉन होम ब्रांच ट्रांजेक्शन फ्री होगा, इसमें प्रतिदिन जमा की सीमा 50,000 रुपए होगी। इसके अलावा अगर आप ज्यादा मात्रा में नकदी जमा करते हैं या फिर छठा ट्रांजेक्शन करते हैं तो बैंक आपसे प्रति हजार पर 2.50 रुपए, 95 रुपए हर ट्रांजेक्शन या फिर इनमें से जो भी ज्यादा होगा वो लागू होगा।
अगर आप एचडीएफसी बैंक के ग्राहक हैं-
- हर महीने चार फ्री ट्रांजेक्शन के बाद ग्राहकों पर 150 रुपए का शुल्क हर ट्रांजेक्शन पर अदा करना होगा।
- ये नए नियम सैलरी और सेविंग अकाउंट पर ही लागू होंगे।
- होम ब्रांच में 2 लाख रुपए तक की डिपॉजिट और विदड्रॉल फ्री होगी, जो कि प्रतिदिन है। इससे ऊपर पर आपको 5 रुपए प्रति हजार या 150 रुपए का शुल्क अदा करना होगा।
- वहीं नॉन होम ब्रांच पर 25,000 रुपए प्रतिदिन के लेनदेन (ट्रांजेक्शन) पर 5 रुपए प्रति हजार या 150 रुपए का शुल्क वसूला जाएगा।
वहीं अगर आप आईसीआईसीआई बैंक के ग्राहक हैं-
- हर महीने पहले चार ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। इससे ज्यादा पर आपस 5 रुपए प्रति हजार रुपए का शुल्क वसूला जाएगा, इसके साथ ही यह नियम 150 रुपए न्यूनतम होगा।
- वहीं थर्ड पार्टी लिमिट भी प्रतिदिन 50,000 रुपए होगी।
- वहीं नॉन होम ब्रांच में पहले ट्रांजेक्शन पर आईसीआईसीआई बैंक कोई शुल्क नहीं वसूलेगा। इसके बाद यह शुल्क कलेंडर मंथ से लेकर प्रति हजार पर 5 रुपए और न्यूनतम 150 रुपए का शुल्क वसूला जाएगा।
- कहीं से भी बैंक की किसी ब्रांच में कैश जमा पर आईसीआईसीआई बैंक 5 रुपए प्रति हजार (न्यूनतम 150 रुपए) का शुल्क वसूलेगी, वहीं कैश एक्सेप्टेंस मशीन के जरिए पहली बार की जमा फ्री होगी और इसके बाद 5 रुपए प्रति हजार का शुल्क वसूला जाएगा।
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