Move to Jagran APP

बिटकॉइन ने छुआ 10 हजार डॉलर का रिकॉर्ड हाई, जानिए इससे जुड़ी कुछ अहम बातें

जानिए वर्चुअल करंसी बिटकॉइन के बारे में हर छोटी बड़ी बात

By Surbhi JainEdited By: Published: Wed, 29 Nov 2017 04:40 PM (IST)Updated: Thu, 14 Dec 2017 05:14 PM (IST)
बिटकॉइन ने छुआ 10 हजार डॉलर का रिकॉर्ड हाई, जानिए इससे जुड़ी कुछ अहम बातें
बिटकॉइन ने छुआ 10 हजार डॉलर का रिकॉर्ड हाई, जानिए इससे जुड़ी कुछ अहम बातें

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मंगलवार को वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन में तेज उछाल देखने को मिला है। उसके बाद एक बिटकॉइन की कीमत 10,000 डॉलर क पार हो गई है। भारतीय मुद्रा में इसकी कीमत 6,50,000 रुपये है। बीते एक वर्ष के दौरान इसमें 900 फीसद से ज्यादा का इजाफा दर्ज किया गया है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक तरह की पोंजी स्कीम है जिसमें निवेशकों के साथ धोखा हो सकता है।

loksabha election banner

क्या है बिटकॉइन:
बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (क्रिप्टो करेंसी) जैसी है जिसे एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। फिलहाल भारत में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 65 हजार रुपये है।

इससे जुड़ी कुछ खास बातें-

  • पूरे विश्व में कुल 1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन में होने का अनुमान
  • इस गुप्त करेंसी पर सरकारी नियंत्रण नहीं होता। इसे छिपाकर इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • इसे दुनिया में कहीं भी सीधा खरीदा या बेचा जा सकता है।
  • इन्हें रखने के लिए बिटकॉइन वॉलेट उपलब्ध होते हैं।
  • इन्हें आधिकारिक मुद्रा से भी बदला जाता है। इसे न तो जब्त किया जा सकता है और न ही नष्ट।
  • यह किसी देश की आधिकारिक मुद्रा नहीं है। ऐसे में इस पर किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगता है।
  • बिटकॉइन में ट्रेड करने के लिए कई एक्सचेंज हैं जिनमें जेबपे, यूनोकॉइन और कॉइनसिक्योर एक्सचेंज शामिल है।
  • अधिकांश एक्सचेंज के पास एंड्रॉयड और आईफोल एप्स हैं, जिनके जरिए बैंक एकाउंट से लिंकिंग के बाद क्विक ट्रांस्फर कर सकते हैं।
  • इसके केवाइसी अनिवार्य है। निवेशक के लिए पैन औप अन्य डिटेल्स के साथ आईडी प्रमाणित कराना जरूरी है।
  • बिटकॉइन बेचने पर पैसा तुरंत एकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाता है। कई एजेंट्स भी होते हैं जो कैश के लिए क्रिप्टो कंरसी की बिक्री करते हैं।

शुरुआत हुई 2009 में:
2008 में पहली बार बिटकॉइन के संबंध में एक लेख प्रकाशित हुआ। इस्तेमाल के लिए यह 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में उपलब्ध हुई। इसे अज्ञात कंप्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया।

बिटकॉइन के अलावा और कौन सी हैं क्रिप्टो करंसी-
बिटकॉइन के अलावा इथेरम, रिप्पल, लाइटकॉइन, एनईएम, डैश, इथेरम क्लासिक, आईओटीए, मोनेरो और स्टैटस भी क्रिप्टो करंसी हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.