FD और RD पर घटते ब्याज के बीच कहां करें निवेश? पढ़िए एक्सपर्ट की राय
जानिए बेहतर रिटर्न पाने के लिए किस निवेश विकल्प का चयन कर सकते हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। जब बात सुरक्षित निवेश और निश्चित रिटर्न की हो तो बैंक या पोस्ट ऑफिस में सावधि जमा यानी एफडी और आवृती जमा यानी आरडी जैसे विकल्प सबसे पहले आते हैं। पारंपरिक निवेश विकल्पों में ये दोनों ही निवेश सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। लेकिन मौजूदा आर्थिक हालातों में एफडी और आरडी पर मिलने वाले रिटर्न लगातार कम हो रहे हैं। ऐसे में निवेशकों के सामने चुनौती जोखिम रहित या कहिए कम जोखिम वाले निवेश विकल्पों को ढूंढने की है जहां निवेश कर अच्छे रिटर्न मिल सकें।
महंगाई दर से ज्यादा हो रिटर्न
निवेश करते समय जिन दो बातों को याद रखने की एक्सपर्ट सलाह देते हैं उनमें पहली है निवेश पर मिलने वाला रिटर्न और दूसरा जोखिम। निवेश पर मिलने वाला रिटर्न हमेशा महंगाई की दर से ज्यादा होना चाहिए। ऐसा नहीं होने पर आपकी पूंजी की वैल्यु कम होने लगती है। एफडी और आरडी पर मिलने वाला रिटर्न करयोग्य होता है, ऐसे में टैक्स कटने पर मिलने वाला शुद्ध रिटर्न और कम हो जाता है। वहीं निवेश में जोखिम की मात्रा दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है। निवेशक को अपनी क्षमता, निवेश की समय सीमा आदि को ध्यान में रखते हुए जोखिम आकलन करना चाहिए।
निवेश के लिए बेहतर विकल्प
फाइनेंशियल प्लानर राजेश जायसवाल के मुताबिक एफडी पर आने वाले दिनों में रिटर्न की दर और कम सकती है। ऐसे में निवेशकों को अन्य निवेश विकल्पों का रुख करना चाहिए। मसलन, एलआईसी की स्कीम्स, म्युचुअल फंड आदि। राजेश के मुताबिक निवेशकों को निवेश विकल्पों का चयन अपनी उम्र और जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर करना चाहिए।
• यदि आप अभी युवा हैं और लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं तो आपको म्युचुअल फंड में निवेश करना चाहिए। अगर आप जोखिम लेना नहीं चाहते तो आपको बैलेंस्ड म्युचुअल फंड्स का रुख करना चाहिए। यहां जोखिम कम होता है जबकि एफडी की तुलना में 2 से 3 फीसद ज्यादा रिटर्न मिलता है। वहीं लंबी अवधि के लिए इक्विटी बेस्ड म्युचुअल फंड भी अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं।
• यदि आप जोखिम बिल्कुल नहीं लेना चाहते तो राजेश की सलाह है कि निवेशकों को डेट आधारित म्युचुअल फंड्स में निवेश करना चाहिए। डेट म्युचुअल फंड्स में जोखिम नहीं होता। साथ ही ये एफडी से ज्यादा रिटर्न देते हैं। हालांकि डेट फंड का रिटर्न फिक्स्ड नहीं होता। यह घटता बढ़ता रहता है। इसके अलावा जोखिम न लेने की स्थिती में आप एलआईसी स्कीम और पोस्ट ऑफिस की एमआईएस जैसे विकल्पों पर भी गौर फरमा सकते हैं।