उठापटक का दौर बने रहने की उम्मीद
शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चौथी तिमाही में उम्मीद से अच्छे नतीजे पेश किए हैं। सोमवार को इसका असर बाजारों पर होगा और इसके शेयरों में हलचल हो सकती है।
आइटी दिग्गजों की तरफ से स्थिर नतीजों और बैंक शेयरों में राहत भरी रैली के चलते बीते सप्ताह सूचकांक एक फीसद की बढ़त पाने में सफल रहे। जबकि दुनिया भर के बाजारों में इस दौरान उठापटक बनी रही थी। बैंकों के लिए एनपीए प्रोविजनिंग की सीमा नीचे लाने वाली खबर ने भी बाजार को सकारात्मक समर्थन दिया और बैंक निफ्टी सप्ताह भर में ढाई फीसद ऊपर चढ़कर बंद हुआ। बैंक शेयरों में इस बढ़त की असल परीक्षा शुक्रवार को होगी
जब आइसीआइसीआइ बैंक अपने नतीजों का एलान करेगा।
शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चौथी तिमाही में उम्मीद से अच्छे नतीजे पेश किए हैं। सोमवार को इसका असर बाजारों पर होगा और इसके शेयरों में हलचल हो सकती है। सप्ताह के दौरान बाजार के कारोबार में तेज
उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इसकी एक वजह तो कंपनियों के नतीजे होंगे। दूसरे, सोमवार से संसद में बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। इसके भी हंगामेदार रहने की उम्मीद है। गुरुवार को वायदा कारोबार की एक्सपायरी भी होनी है।
बजट सत्र में ही जीएसटी को लेकर एक बार फिर उम्मीदें बनी हैं। हालांकि उत्तराखंड के मुद्दे ने दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच दूरी बढ़ाई है। इस सप्ताह कई बड़ी कंपनियों के नतीजे आएंगे। जहां तक वैश्विक संकेतों का प्रश्न है, इस सप्ताह मंगलवार और बुधवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व दो दिन की नीतिगत बैठक कर रहा है। हालांकि इस बैठक से बाजार को किसी खास एलान की उम्मीद नहीं है। फेड की तरफ से दरों को स्थिर बनाए रखने की ही उम्मीद है। गुरुवार को पहली तिमाही की जीडीपी के अग्रिम अनुमान भी अमेरिका से आएंगे। बुधवार और गुरुवार को बैंक ऑफ जापान भी मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक कर रहा है। घरेलू अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर शुक्रवार को बुनियादी उद्योगों के उत्पादन के आंकड़े जारी होंगे। फरवरी में इनमें 3.5 फीसद की बढ़त दर्ज होने का अनुमान है। रिजर्व बैंक भी क्रेडिट डिपॉजिट ग्रोथ के आंकड़े जारी करेगा।
संदीप पारवाल
एमडी, एसपीए कैपिटल्स