फायर इन्श्योरेंस के बारे में कितना जानते हैं आप, जानिए इससे जुड़ी पांच बातें
जानिए फायर इन्श्योरेंस के बारे में खास बातें
By Surbhi JainEdited By: Published: Tue, 14 Feb 2017 03:01 PM (IST)Updated: Tue, 14 Feb 2017 03:07 PM (IST)
नई दिल्ली। अक्सर आपने सुना होगा कि फलां बिल्डिंग में आग लग जाने से कारोबारी का काफी नुकसान हो गया लेकिन ऐसी बड़ी घटनाओं के बाद भी कारोबारी पर शिकन तक नहीं आती है क्योंकि बड़े कारोबारी आमतौर पर अपनी चल और अचल संपत्ति का बीमा कराते हैं और बीमा के ही एक प्रकार में आग बीमा (फायर इन्श्योरेंस भी होता है)। अगर आप भी कारोबारी हैं और फायर इन्श्योरेंस लेने का मन बना रहे हैं तो इसके बारे में खास बातें जरूर जान लें। दैनिक जागरण की टीम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको यही बताने की कोशिश करेगी।
- फायर इन्श्योरेंस, आग एवं अन्य कारणों से चल और अचल संपत्ति के होने वाले विनाश या नुकसान से पूरी तरह की सुरक्षा प्रदान करता है।
- इस तरह के बीमा के अंतर्गत,यानी फायर इन्श्योरेंस के दायरे में बिल्डिंग, प्लांट एवं मशीनरी, इक्विपमेंट (सामान), स्टॉक (माल) एवं कंटेंट जैसे कि फर्नीचर, फिक्चर और केबल इत्यादि।
- इस कवर में अन्य खतरे भी शामिल होते हैं जैसे कि बिजली, विस्फोट, दुर्भावनापूर्ण क्षति, प्राकृतिक आपदाओं, प्रभाव क्षति, कटाव एवं भूस्खलन और पानी के टैंकर फटने जैसी दुर्घटनाएं।
- युद्ध और जंगी आपरेशन, परमाणु खतरों, प्रदूषण या संदूषण, इलेक्ट्रिकल/मैकेनिकल दुर्घटनाओं, चोरी और सेंधमारी इस पॉलिसी के अंतर्गत सुरक्षा के दायरे में नहीं आते हैं।
- फायर इन्श्योरेंस पालिसी आवास को छोड़कर सिर्फ एक वर्ष की अवधि के लिए जारी की जाती है। आवास के लिए एक वर्ष से ज्यादा की अवधि हेतु पॉलिसी जारी की जा सकती है। (इसमें न्यूनतम अवधि तीन साल होती है)।
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