पहली तिमाही तक अमेरिका में 50 फीसद से अधिक कर्मचारी स्थानीय होंगे: विप्रो
विप्रो का कहना है कि जून में समाप्त हो रही तिमाही तक कुल अमेरिकी कामगरों में से 50 फीसद स्थानीय होंगे
नई दिल्ली (पीटीआई)। आईटी फर्म विप्रो का कहना है कि इस साल जून में खत्म हो रही तिमाही तक अमेरिकी कामगरों में से 50 फीसद से अधिक लोग स्थानीय होंगे। क्योंकि इसने वीजा मानदंडों को बदले जाने की संभावनाओ के बीच अमेरिकी बाजार में निवेश करना जारी रखा है। टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) और इन्फोसिस जैसी अपनी प्रतिद्वंदी कंपनियों की ही तरह विप्रो अमेरिका में डिलिवरी सेंटर स्थापित करने के लिए स्थानीय लोगों की भर्ती की तैयारी कर रहा है ताकि ग्राहकों के लिए बिजनेस को सुनिश्चत कराया जा सके।
विप्रो के सीईओ और बोर्ड के सदस्य अबिद अली जेड नीमचवाला ने बताया, “हमारा ध्यान प्रमुख बाजारों के स्थानीयकरण पर है। पहली तिमाही में हम 50 फीसद कर्मचारियों की उम्मीद करते हैं, ताकि अमेरिका जैसे बड़े बाजार को स्थानीय बनाया जा सके।” उन्होंने कहा कि विप्रो अमेरिका में बढ़ती हुई नियुक्तियों, डिलिवरी सेंटर की स्थापना और स्थिरता पहल विशेषकर शिक्षा के क्षेत्र में काफी निवेश कर रहा है। अमेरिका के क्षेत्र में विप्रो के पास 54 फीसद का हिस्सा है। साल 2016-17 में विप्रो ने 7.7 बिलियन डॉलर का राजस्व कमाया है।
भारतीय प्रौद्योगिकी फर्मों ने एच-1 बी वीजा का इस्तेमाल कर अपने कर्मचारियों को अमेरिका में ग्राहक साइटों पर काम करने के लिए भेजा है जो कि 110 अरब डॉलर से अधिक भारतीय आईटी निर्यात उद्योग के लिए सबसे बड़ा बाजार है।
यह भी पढ़ें: Wipro का चौथी तिमाही में मुनाफा 20 फीसद बढ़कर 2,303.5 करोड़ रहा, अजीम प्रेमजी को बनाया चेयरमैन