खाद्यान्न की पैदावार छुएगी नई ऊंचाइयां, 27.3 करोड़ टन उत्पादन की उम्मीद
चालू फसल वर्ष 2016-17 में खाद्यान्न की कुल पैदावार 27.2 करोड़ टन रहने का अनुमान है
नई दिल्ली (जेएनएन)। अच्छे मानसून के पूर्वानुमान को देखते हुए खाद्यान्न की पैदावार नई ऊंचाइयां छू सकती है। जबकि चालू रबी सीजन में गेहूं की 9.8 करोड़ टन रिकॉर्ड पैदावार का अनुमान है। कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह मंगलवार को यहां खरीफ अभियान सम्मेलन में कहा कि उत्पादकता बढ़ने से किसानों की आमदनी को दोगुना करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर चार फीसद कायम रहेगी। उन्होंने इसके लिए कृषि मंत्रलय के आला अफसरों को और प्रयास करने को कहा।
आगामी मानसून की अच्छी बारिश के मद्देनजर फसल वर्ष (जुलाई से जून) 2017-18 में खाद्यान्न की कुल पैदावार 27.3 करोड़ टन होगी जो अब तक का सर्वाधिक लक्ष्य होगा। कृषि मंत्री सिंह ने चालू रबी सीजन में गेहूं की रिकॉर्ड 9.8 करोड़ टन पैदावार पर संतोष जताते हुए कहा कि दो सालों के लगातार सूखे के बाद यह सीजन फसलों के हिसाब से शानदार रहा है। जबकि चालू फसल वर्ष 2016-17 में खाद्यान्न की कुल पैदावार 27.2 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
दो दिवसीय सम्मेलन में सिंह ने मानसून पर मौसम विभाग के पूर्वानुमान का जिक्र करते हुए खेती के शानदार रहने का अनुमान जताया। सम्मेलन में कृषि मंत्री सिंह ने सभी राज्यों को खरीफ सीजन की सभी जरूरतों को पूरा करने का भरोसा जताया। राज्यों से मिली विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर कृषि सचिव एस. पटनायक ने कहा कि कृषि क्षेत्र की विकास दर आगामी फसल वर्ष में चार फीसद बनी रहेगी। यह देश की अर्थव्यवस्था और किसानों की आमदनी बढ़ाने में सहायक साबित होगा।
दरअसल, खरीफ सीजन की खेती का सारा दारोमदार मानसून की बारिश पर निर्भर होता है। कृषि सचिव ने राज्यों से कहा कि वे अपने यहां किसानों को ज्यादा से ज्यादा फसल बीमा योजना को अपनाने पर जोर दें ताकि किसी आपदा के आने से किसानों का नुकसान न हो सके। सरकार ने खरीफ सीजन में फसल बीमा योजना का दायरा न्यूनतम 40 फीसद तक बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है। आगामी फसल वर्ष में दलहन की खेती को और प्रोत्साहन देने की योजना है ताकि दालों की पैदावार 2.30 करोड़ टन हो जाए। इसके लिए राज्यों को उन्नत किस्म के बीज, खाद, कीटनाशक समेत अन्य इनपुट मुहैया कराने का निश्चय किया है।
कृषि मंत्रलय के मुताबिक आगामी खरीफ सीजन के लिए कुल 83.46 लाख क्विंटल धान और 3.75 लाख क्विंटल दलहन फसलों के उन्नत बीज किसानों को मुहैया कराने के लिए रखे गये हैं। खरीफ सीजन के लिए राज्यों की जरूरत के हिसाब से कुल लगभग तीन करोड़ टन उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इन दो दिनों के दौरान कृषि मंत्रलय राज्यों के साथ मिलकर उत्पादकता बढ़ाने की तैयारी में जुटा है। राज्यो की तैयारियों का भी जायजा लिया जाएगा।
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