बजट 2017-18: WGC को उम्मीद गोल्ड पर कम हो टैक्स रेट
1 फरवरी को पेश किए जाने वाले देश के आम बजट से WGC को भी गोल्ड पर लगने वाले कर में कटौती की उम्मीद है।
नई दिल्ली: 1 फरवरी को पेश होने वाले देश के आम बजट से वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) को भी काफी सारी उम्मीदें हैं। काउंसिल चाहती है कि गोल्ड पर टैक्स रेट कम होनी चाहिए ताकि इस क्षेत्र में होने वाली स्मगलिंग को रोका जा सके। वर्ल्डक गोल्ड काउंसिल (डब्लूजीसी) ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि स्थानीय बाजार में पारदर्शिता बनाए रखने के लिहाज से मौजूदा 13 फीसदी टैक्स दर में कटौती की जानी चाहिए।
जानिए गोल्ड पर लगता है कितना टैक्स:
अगर मौजूदा दरों के हिसाब से बात की जाए तो गोल्ड पर 10 फीसदी की कस्टम ड्यूटी, 1 फीसदी की एक्साइज ड्यूटी और 1.5 फीसदी का वैट वसूला जाता है। काउंसिल के ऑपरेशंस हेड सोमासुंदरम पी. आर. ने कहा कि मौजूदा समय में गोल्ड पर 13 फीसदी की दर से टैक्स लगाया जाता है। यह बहुत ज्यादा है और ऐसे में इसे कम किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जीएसटी और कस्टम ड्यूटी के बीच इसे एक सामान्य स्तर पर लाया जाए, ताकि इसकी स्मगलिंग को रोका जा सके।
क्यों घटाई जाए टैक्स की दर?
सोमासुंदरम ने टैक्स दरों में कमी लाने के पीछे दलील दी कि गोल्ड सेक्टर में पारदर्शिता लाने के लिए यह जरूरी है और सरकार के नोटबंदी के फैसले का अहम उद्देश्य भी हर क्षेत्र में पारदर्शिता लाना ही था। उन्होंने कहा कि सोने पर कस्टम ड्यूटी ज्यादा है इसीलिए गैर आधिकारिक तरीकों से आयात किया जा रहा है। सोमासुंदरम ने कहा कि जीएसटी में गोल्ड पर टैक्स 3 से 6 फीसदी के बीच रखने के संकेत दिए जा रहे हैं। ऐसे में अगर कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी ही बनी रहती है, तो गोल्ड पर टैक्स 13 से बढ़कर 16 फीसदी हो जाएगा और कर की यह दर काफी ज्यादा होगी।