विनोद राय ने अरूण जेटली और पीएमओ को लिखा पत्र, बैड लोन पर रूपरेखा का दिया सुझाव
NPA पर चिंता व्यक्त करते हुए बैंक बोर्ड ब्यूरो के चीफ विनोद राय ने वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा है।
नई दिल्ली: बैड लोन के तेजी से बढ़ते जा रहे आकार पर चिंता व्यक्त करते हुए बैंक बोर्ड ब्यूरो के चीफ विनोद राय ने वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने डूबे हुए कर्ज पर सराकारी बैंकों की बेहद सुस्त रफ्तार पर चिंता व्यक्त की है।
सूत्र के मुताबिक पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव नृपेंद्र मिश्रा को पत्र के जरिए मुख्य रूप से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के समक्ष आ रही एनपीए की समस्या से निपटने के लिए रूपरेखा का सुझाव दिया है।
अपने पत्र में उन्होंने सुझाव दिया है कि ओवरसाइट कमेटी का दायरा बढ़ाया जाए ताकि उपलब्ध व्यवस्था के तहत गहरे पुनर्गठन, संयुक्त ऋणदाता मंच (जेएलआर) और रणनीतिक ऋण पुनर्गठन (एसडीआर) के लिए दिशानिर्देशन उपलब्ध हो सके।
वित्त वर्ष 2016-17 की अप्रैल-दिसंबर अवधि के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का बैड लोन 1 लाख करोड़ के आंकड़े तक पहुंच गया। इनमें से मुख्य रूप से बुनियादी ढांचा क्षेत्रों मसलन बिजली, इस्पात और सड़क और परिधान की वजह से एनपीए बढ़ा है। जेटली ने बीते हफ्ते वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस संबंध में एक हाई लेवल मीटिंग (उच्च स्तरीय बैठक) की थी, जिसमें आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल और दो डिप्टी गवर्नरों एस एस मुंदड़ा एवं विरल वी आचार्य के साथ बैंकिंग क्षेत्र की दबाव वाली परिसंपत्तियों की समस्या से निपटने के संबंध में बातें की गई थीं।