अमेरिका ने एशिया में दो इन्फ्रा प्रोजेक्ट को फिर से चालू किया, चीन के OBOR से मुकाबले की तैयारी
ट्रम्प प्रशासन ने 'नई सिल्क रोड' पहल को फिर से शुरू कर दिया है
नई दिल्ली (जेएनएन)। अमेरिका ने दक्षिण और दक्षिणपूर्व एशिया में दो प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को पुनर्जीवित किया है जिसमें भारत एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होगा। इसे चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजना को काउंटर करने के लिए उठाया गया कदम माना जा सकता है।
ट्रम्प प्रशासन ने 'नई सिल्क रोड' पहल को फिर से शुरू कर दिया है। साल 2011 के दौरान अमेरिका की तात्कालीन विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने चेन्नई में एक भाषण में पहली बार इसकी घोषणा की थी। भारत और प्रशांत आर्थिक कॉरिडोर दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया को जोड़ता है।
इन दो परियोजनाओं की एक संक्षिप्त रूपरेखा बीते दिन ट्रंप प्रशासन के प्रथम वार्षिक बजट में उपलब्ध कराई गई थी, जिसमें संकेत दिया गया कि 'नई सिल्क रोड' परियोजना एक सार्वजनिक-निजी पहल होगी जिसमें भारत एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी होगा।
अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने बताया कि इसके दक्षिण और मध्य एशिया के बजट संबंधी अनुरोध दो पहलों का समर्थन करेंगे, नई सिल्क रोड (एनएसआर) जिसके जरिए अफगानिस्तान और उसके पड़ोसी देशों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ दक्षिण एशिया को जोड़ने वाला भारत-प्रशांत आर्थिक कॉरिडोर।
गौरतलब है कि पूर्व से पश्चिम तक चीन सड़क और समुद्र के रास्ते एक ऐसा जाल बिछाने जा रहा है जिससे कि वो पूरी दुनिया पर अपनी धाक जमा पाएगा। इसे वन बेल्ड वन रोड नाम दिया जा रहा है। इसको लेकर 14-15 मई को बीजिंग में वन बेल्टि वन रोड (ओबीओआर) समिट हुई जिससे भारत ने किनारा किया।