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UN ने चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजना में वित्तीय जोखिमों के बारे में चेतावनी दी

UN ने चीन की महात्वाकांक्षी परियोजनाओं को लेकर वित्तीय चिंताएं जाहिर की हैं।

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 25 May 2017 12:20 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 12:20 PM (IST)
UN ने चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजना में वित्तीय जोखिमों के बारे में चेतावनी दी
UN ने चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजना में वित्तीय जोखिमों के बारे में चेतावनी दी

नई दिल्ली (जेएनएन)। संयुक्त राष्ट्र (UN) ने चीन की बेल्ट एंड रोड पहल (बीआरआई) के आर्थिक, वित्तीय, सामाजिक और पर्यावरणीय जोखिमों पर चेतावनी जाहिर की है। इसको लेकर चीन में 14 से 16 मई तक ओबीओआर समिट का आयोजन हुआ था। आपको बता दें कि कई देश इस मेगा कनेक्टिविटी प्रोजक्ट का हिस्सा है, हालांकि भारत ने इस परियोजना से किनारा किया है।

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इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक एशिया एंड पैसिफिक (एशिया और प्रशांत) स्टडी के लिए हाल ही में संपन्न हुए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (यूएनईएससीएपी) ने दक्षिण और मध्य एशिया के उन देशों में वित्तीय जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है जहां बीआरआई के तहत चीन ने भारी-भरकम निवेश की योजना बनाई है। यह निवेश इतना बड़ा है कि यह इसके दायरे में आने वाले देशों क अर्थव्यवस्था से भी बड़ा है।

चीन और उजबेकिस्तान के बीच 15 बिलियन डॉलर के निवेश सौदों पर 2013 के अंत में हस्ताक्षर किए गए थे, यह रकम उजबेकिस्तान की जीडीपी का एक चौथाई है। इसी तरह चीन और कजाखिस्तान के बीच साल 2014 के अंत और 2015 की शुरुआत में एक 37 बिलियन डॉलर का सहयोग करार हुआ था। वहीं अप्रैल 2015 में चीन और पाकिस्तान के बीच 46 बिलियन डॉलर का करार हुआ था। संयुक्त राष्ट्र के अध्ययन के मुताबिक इनमें से प्रत्येक कजाखिस्तान और पाकिस्तान में जीडीपी स्तर का पांचवां हिस्सा है।


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