ऐतिहासिक कर सुधार का हिस्सा बनें व्यापारी
स्मृति ईरानी ने जीएसटी को बेहतर कदम बताते हुए ट्रेडर्स से कहा है कि उन्हें इस ऐतिहासिक कर सुधार के हिस्सा बनना चाहिए
नई दिल्ली (पीटीआई)। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जीएसटी को पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बताते हुए व्यापारी समुदाय से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक कर सुधार के हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि जीएसटी सिर्फ गुड एंड सिंपल टैक्स नहीं है बल्कि इसका आशय बदलाव के लिए बड़ा कदम (ग्रेट स्टेप टूवर्डस ट्रांसफोर्मेशन) से भी है। हमें इसका हिस्सा बनना चाहिए ताकि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को बता सकें कि हमने कभी कर चोरी नहीं की। ईरानी ने यहां जीएसटी पर एक कार्यक्रम में व्यापारियों से कहा कि जब हम इसे बदलाव के लिए बड़ा कदम बताते है तो उसका अर्थ भी समझना चाहिए।
पहले कितने उपभोक्ताओं को जानकारी थी कि वे कुल कितने करों का बोझ उठा रहे हैं। वैट, एक्साइज, और दूसरे टैक्सों के रूप में कितनी राशि अदा की, इसकी भी कोई जानकारी नहीं होती थी। अब जीएसटी लागू होने के बाद उपभोक्ता और करदाता के रूप में आपको यह जानकारी मिलेगी कि आपने कुल कितना टैक्स भरा और अर्थव्यवस्था में कितना योगदान किया। ईरानी ने कहा कि जीएसटी लाने का उद्देश्य देश में मैन्यूफैक्चरिंग और कर आधार बढ़ाना है। इससे देश में ऐसा बुनियादी विकास भी होगा ताकि लोग कर चुकाने से बचने का प्रयास नहीं करें। उन्होंने कहा कि संसद में सभी राजनीतिक दलों ने जीएसटी को समर्थन दिया। यह अपने में दुर्लभ मौका रहा। जीएसटी काउंसिल ऐसा मंच है जहां सभी राजनीतिक दल एक आवाज में बोलते हैं। जीएसटी पर सहमति बनाते हैं। संसद में भी सहमति दिखाई दी।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि व्यापारियों का किसी तरह का उत्पीड़न न हो। जीएसटी के विरोध में कई व्यापारी विरोध कर रहे हैं। उनकी आशंकाएं दूर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों और निर्माताओं के मन में कुछ भ्रांतियां हैं। सरकार कई बार यह कह चुकी है कि जो औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनने को तैयार हैं, उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है। अगर कोई अधिकारी परेशान करता है तो हमें बतायें। हम सुनिश्चित करेंगे कि किसी का उत्पीड़न न हो।
ईरानी ने कहा कि जीएसटी में कई टैक्स और सेस शामिल किये गये हैं। नया टैक्स लागू होने के बाद ट्रकों को चैक पोस्ट पर रुकने की कोई जरूरत नहीं हैं। व्यापारियों को जीएसटी अदा करने पर इनपुट टैक्स क्रेडिट मिलेगा। जीएसटी में एक तत्व यह भी है कि इससे आम लोगों को संपन्न बनने में समर्थन मिलेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि ज्यादा से ज्यादा लोग एक-दूसरे को जीएसटी समझने में मदद करेंगे।