स्नैपडील के फ्लिपकार्ट में विलय की संभावना तेज, सॉफ्टबैंक कर रहा प्रयास
स्नैपडील के फ्लिपकार्ट में विलय की संभावनाएं तेज हो गई है
नई दिल्ली। देश का तीसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन मार्केट प्लेस स्नैपडील संघर्ष के दौर से गुजर रहा है और इस बीच कंपनी के फ्लिपकार्ट में विलय की संभावनाएं तेज हो गई है। एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि स्नैपडील अपने सबसे बड़े निवेशक जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप की अगुवाई में फ्लिपकार्ट में विलय के लिए बातचीत कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि डील फाइनल होने तक सॉफ्टबैंक स्नैपडील में 5 करोड़ डॉलर (करीब 327 करोड़ रुपए) और निवेश करेगी।
इसके अलावा नई कंपनी में प्रायमरी और सेकंडरी शेयर्स इसी बैंक के होंगे। 30 प्रतिशत के थोड़े ज्यादा निवेश के साथ सॉफ्टबैंक स्नैपडील में सबसे बड़ा निवेशक है। डील के बाद फ्लिपकार्ट के अमेरिका स्थित टाइगर ग्लोबल के 1 बिलियन डॉलर के शेयर्स की बिक्री भी शामिल है। माना जा रहा है कि टाइगर ग्लोबल फ्लिपकार्ट में अपने 30 प्रतिशत शेयर्स में से 10 प्रतिशत शेयर्स बेच सकती है।
इस विलय को लेकर फरवरी से बात चल रही है और जानकारी के अनुसार बैंक ने स्नैपडील के सामने तीन विकल्प रखे हैं जिनमें अलीबाबा में विलय के अलावा फ्लिपकार्ट में विलय या फिर बैंक द्वारा अपने निवेश को शुन्य किया जाना है। सब ठीक रहा तो अप्रैल के अंत तक दोनों कंपनियों का विलय हो सकता है।
डील हुई तो
- स्नैपडील की कीमत करीब 98-118 अरब रुपए आंकी जा सकती है।
- यह रकम मूल कंपनी जैस्पर इन्फोटेक की ओर से जुटाए गए फंड से कम है।
- जैस्पर ने 2 अरब डॉलर यानी करीब 131 अरब रुपए जुटाया था।