शेयर बाजार में इस हफ्ते रह सकती है उठापटक, ब्लू चिप कंपनियों के तिमाही नतीजों पर नजर
इस सप्ताह गुरुवार को वायदा सौदों के निपटान का आखिरी दिन है
नई दिल्ली (जेएनएन)। वायदा सौदों के निपटान के बीच शेयर बाजार में इस हफ्ते अस्थिरता देखी जा सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ टाटा मोटर्स, आइटीसी और सन फार्मा जैसी ब्लू-चिप कंपनियों के तिमाही नतीजों पर निवेशकों की नजर रहेगी। आम्रपाली आद्या ट्रेडिंग एंड इंवेस्टमेंट्स के डायरेक्टर व रिसर्च हेड अबनीश कुमार सुधांशु ने कहा कि इस हफ्ते गुरुवार को वायदा सौदों के निपटान का अंतिम दिन है। इसे देखते हुए बाजार में उठापटक रह सकती है। अमेरिका में बढ़ती राजनीतिक अनिश्चितता ग्लोबल बाजारों को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। तिमाही नतीजों पर बाजार की नजर बनी रहेगी।
ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा कि चार सफल सत्रों और नई रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद दलाल स्ट्रीट में इस सप्ताह अस्थिरता रह सकती है। कॉरपोरेट नतीजे, रुपये में उतार-चढ़ाव और विदेशी बाजारों के रुझान इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय करेंगे। कुछ प्रमुख कंपनियां जो इस हफ्ते नतीजे घोषित करेंगी, उनमें गेल, टाटा मोटर्स, ल्यूपिन, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, आइटीसी, टेक म¨हद्रा और सन फार्मास्यूटिकल्स शामिल हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के हेड (प्राइवेट क्लाइंट ग्रुप) वीके शर्मा ने कहा कि भारतीय बाजार में इस सप्ताह तेजी का दौर थम सकता है। सैमको सिक्योरिटीज के सीईओ जिमित मोदी के मुताबिक, निकट अवधि में बाजार करेक्शन के लिए तैयार है। एक बार करेक्शन का यह चरण समाप्त हो जाने के बाद यह दोबारा ऊपर की ओर बढ़ना शुरू करेगा। मध्यम अवधि में बाजार के मूड को निर्धारित करने में ग्लोबल कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जीएसटी प्रावधानों का सुचारु कार्यान्वयन देश के लिए अगली चुनौती होगा।
दोनों प्रमुख सूचकांकों- सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त दर्ज की गई। सेंसेक्स इस दौरान 276.77 अंक और निफ्टी 27 अंक मजबूत हुआ। इस तेजी के कारण देश की दस सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) 61386 करोड़ रुपये बढ़ा। शुक्रवार को सप्ताह सप्ताह के दौरान टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आइटीसी, एसबीआइ, एचयूएल और आइओसी के एम-कैप में बढ़ोतरी हुई। जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, ओएनजीसी और इंफोसिस में कमी आई।