इंफोसिस से अगले साल विदाई लेंगे आर शेषसायी
इंफोसिस के चेयरमैन आर शेषसायी अगले साल मई में रिटायर हो जाएंगे
नई दिल्ली (जेएनएन)। देश की दूसरी सबसे बड़ी आइटी कंपनी इंफोसिस के चेयरमैन आर शेषसायी अगले साल मई में रिटायर हो जाएंगे। उनकी बिना किसी विघ्न के कंपनी की कमान अपने उत्तराधिकारी को सौंपने की इच्छा है। शेषसायी ने शनिवार को यहां इंफोसिस की 36वीं सालाना आम बैठक (एजीएम) में ये बातें कहीं। कई सालों में पहली बार एनआर नारायण मूर्ति सहित कंपनी के सह-संस्थापकों ने इसमें शिरकत नहीं की। यह और बात है कि चेयरमैन ने खासतौर से कहा कि संस्थापकों और कंपनी के बोर्ड में कोई मनमुटाव नहीं है।
शेषसायी बोले कि मई, 2018 में रिटायर होने से पहले यह उनकी आखिरी एजीएम है। अगले साल वह 70 साल के हो जाएंगे। बचे हुए कार्यकाल के दौरान वह गवर्नेस के मानकों को और बढ़ाने, शेयरहोल्डर वैल्यू में सुधार लाने और अपने उत्तराधिकारी को निर्विघ्न बागडोर सौंपने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि किसी भी संस्थापक या प्रमोटर को एजीएम में नहीं देखा गया। इस बात का पता नहीं चल सका है कि वे क्यों नहीं आए। मूर्ति के अलावा नंदन नीलेकणी, एस गोपालकृष्णन, एसडी शिबुलाल, के दिनेश, एनएस राघवन और अशोक अरोड़ा इस आइटी कंपनी के सह-संस्थापक हैं। मूर्ति ने बेटे रोहन के साथ पिछली एजीएम में शिरकत की थी। उनका न आना निवेशकों को थोड़ा अटपटा लगा।
कंपनी के संस्थापक शीर्ष स्तर पर भारी-भरकम सैलरी पैकेज दिए जाने से नाराज हैं। कई मौकों पर वे इसे जता भी चुके हैं। फिलहाल शेषसायी ने गवर्नेस व शीर्ष स्तर पर पैकेज को लेकर बोर्ड और संस्थापकों के बीच अनबन की खबरों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि दोनों के बीच संबंध सौहार्दपूर्ण, स्पष्ट और सम्मानजनक हैं।
पीएम बताएंगे ट्रंप को भारतीय आइटी कंपनियों की भूमिका: इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने एजीएम के इतर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ विचार-विमर्श के दौरान उनकी अर्थव्यवस्था में भारतीय आइटी कंपनियों के योगदान को रेखांकित करेंगे। सिक्का ने कहा कि वह मानते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भारतीय कंपनियों का खासा योगदान है।