200 रुपए का नोट बाजार में आने के बाद होगा यह फायदा, जानिए
2000 रुपए के नोट के कारण फिलहाल जो लोगों को समस्याएं हो रही हैं उन्हें 200 रुपए का नया नोट काफी हद तक कम कर देगा
नई दिल्ली (जेएनएन)। बाजार में जल्द जारी होने वाला 200 रुपए का नया नोट बाजार में फुटकर की उस समस्या से निजात दिला देगा, जिसका सामना लोग 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी होने के बाद से ही कर रहे हैं। नोटबंदी के बाद अब तक वापस हुई 84 फीसद करेंसी प्रचलन में आ चुकी है। यह बात एक रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। गौरतलब है कि नोटबंदी का फैसला बीते साल 8 नवंबर को लिया गया था जिसमें 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य कर दिया गया था।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कि इकोरैप रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों में कैश और सीआईसी (करेंसी इन सर्कुलेशन) में नवंबर 2016 के स्तर के बाद काफी कमी आई है। इसमें कहा गया कि 23 जून 2017 का डेटा बताता है कि बैंकों के परिचालन वाली नकदी में 5.4 फीसद के स्तर पर आ गई है जो कि 25 नवंबर 2016 को समाप्त हुए पखवाड़े के दौरान 23.19 फीसद के स्तर पर थी।
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया कि अगर ऐतिहासिक रुझान को देखें तो बैंकों की नकदी सीआईसी के अनुपात में 3.8 फीसद होती है, जोकि मौजूदा समय में 5.4 फीसद है। इसका मतलब यह है कि 1.6 फीसद का अतिरिक्त अमाउंट यानी 25,000 करोड़ रुपए एटीएम में मौजूद है। साथ ही ऐसे में 200 रुपए के नोट जारी करने की योजना चल रही है जो कि मिसिंग मिडिल के तौर पर काम करेगा।