चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6 फीसद से कम रह सकती है जीडीपी ग्रोथ
SBI की एक रिपोर्ट की माने तो FY18 की दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ छह फीसद से नीचे रह सकती है
नई दिल्ली (पीटीआई)। वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ छह फीसद से नीचे रह सकती है। एग्रीकल्चर ग्रोथ में कमी और मैन्युफैक्चरिंग व माइनिंग सेक्टर में खराब प्रदर्शन के चलते एसबीआई की रिपोर्ट में ऐसी संभावना जताई गई है।
वित्त वर्ष 2017-18 की अप्रैल से जून तिमाही के दौरान जीडीपी ग्रोथ तीन वर्ष के निचले स्तर यानि कि 5.7 फीसद पर आ गई थी। इसी के चलते रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष के वार्षिक जीडीपी आकड़ों के लिए चिंताएं जताई गई थी। हालांकि इस बात का अनुमान लगाया गया है कि जुलाई से सितंबर तिमाही में जीडीपी आकड़ें कमजोर रह सकते हैं, लेकिन तीसरी और चौथी तिमाही में यह आंकड़ा 6.5 फीसद से नीचे रह सकता है।
एसबीआई इकोफ्लैश रिपोर्ट में बाताया गया है की दूसरी तिमाही में ग्रोथ नंबर्स कमजोर रह सकते हैं, जैसे कि पहली तिमाही (छह फीसद से नीचे) में रहे थे, और इसके पीछे कई कारण हैं। साथ ही यह भी बताया गया है कि पहली तिमाही में जीडीपी आंकड़ों को ट्रेड, होटल, ट्रांसपोर्ट और पब्लिक एक्सपेंडीचर से समर्थन मिला था, लेकिन दूसरी तिमाही ऐसा कुछ होने की कोई गुंजाइश नहीं है।
साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है कि एग्रीकल्चर ग्रोथ में कमी देखी जा सकती है क्योंकि मानसून के पहले तीन महीने कम बारिश हुई है और साथ ही मैन्युफैक्चरिंग व माइनिंग सेक्टर में धीमी ग्रोथ हुई है। जुलाई के आईआईपी के आंकड़ों में सामने आया है कि कंज्यूमर ड्यूरेबल गुड्स में कम उत्पादन हुआ है।