नोटबंदी का असर: डिजिटल राह पर चले पेट्रोल पंप, ई-वॉलेट पर भी होगा खासा जोर
केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद अब देशभर में कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने की कोशिश हो रही है। इसी क्रम में अब देशभर के पेट्रोल पंप भी डिजिटल राह पर चल पड़े हैं।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद अब देशभर में कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने की कोशिश हो रही है। इसी क्रम में अब देशभर के पेट्रोल पंप भी डिजिटल राह पर चल पड़े हैं। इन्हीं प्रयासों के अंतर्गत देश भर में पेट्रोल पंपों ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड स्वीकार करने का ढांचा खड़ा किया है। इतना ही नहीं ये पंप नकदी के विकल्प के रूप में ई-बटुआ व मोबाइल बटुआ को भी आसानी से स्वीकार कर रहे हैं।
नकदी भी दे रहे हैं पेट्रोल पंप:
क्रेडिट और डेबिट कार्ड स्वीकार करने के साथ साथ कुछ पेट्रोल पंपों पर आपको नकदी देने की भी व्यवस्था है। देश भर में 4,800 से अधिक पेट्रोल पंप पीओएस मशीन के जरिए 2,000 रुपए प्रति कार्ड नकदी भी दे रहे हैं। बीते दो हफ्ते में इस तरह से 65 करोड़ रुपए दिए गए हैं।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बारे में शनिवार को एक पहल की। इस अवसर पर उन्होंने कहा, 'आज से, हम पहले चरण में 53,077 पेट्रोल पंपों पर महीने भर के जागरूकता अभियान की शुरुआत कर रहे हैं ताकि डिजिटल भुगतान सेवाओं के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा सके। इस पहल के तहत पेट्रोल पंप कियॉस्कढ लगाएंगे और न केवल पेट्रोल-डीजल खरीदने वालों, बल्कि अन्य को भी ई भुगतान समाधानों के बारे में बताएंगे। दूसरे चरण में इसे 18,000 रसोई गैस (एलपीजी) वितरण गैस एजेंसियों व सीएनजी पंपों पर लागू किया जाएगा।'