खेती के बहाने लोग नहीं कर पाएंगे आयकर की चोरी
त्रिवर्षीय कार्ययोजना में स्पष्ट किया कि कृषि आय दिखाकर कर चोरी करने वाले कारोबारी और व्यक्तियों को टैक्स के दायरे में लाना चाहिए
नई दिल्ली (जेएनएन)। खेती के बहाने टैक्स चोरी करने वाले लोग अब बच नहीं सकेंगे। नीति आयोग ने ऐसे लोगों पर नकेल कसने के लिए सरकार से सिफारिश की है कि जो लोग गैर-कृषि गतिविधियों से आई आय को भी कृषि आय के तौर पर दिखाते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
नीति आयोग ने यह अहम सिफारिश त्रिवर्षीय कार्ययोजना में की है जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निग काउंसिल की बैठक में मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा हुई है। सूत्रों के मुताबिक आयोग ने कहा है कि त्रिवर्षीय कार्ययोजना में कर सुधारों पर एक अध्याय है। इसमें एक सुझाव यह दिया गया है कि जो कारोबारी या अन्य कोई करदाता अपने काले धन को कृषि आय के रूप में दिखाकर कर चोरी करता है, उनकी जांच की जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सूत्रों ने कहा कि त्रिवर्षीय कार्ययोजना में साफ कहा गया है कि कृषि आय दिखाकर कर चोरी करने वाले कारोबारी और व्यक्तियों को टैक्स के दायरे में लाना चाहिए। इस तरह आयोग ने केंद्र और राज्यों के ध्यान में यह बात लाया है कि किस तरह लोग खेती के नाम पर काले धन को छिपा रहे हैं। बहुत से लोग जो खेती करते भी नहीं है, वे कृषि आय दिखाकर टैक्स चोरी कर रहे हैं।
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