GST से इंडिया में और बढ़ेगा FDI: मूडीज
रेटिंग एजेंसी मूडीज का मानना है कि जीएसटी कानून के कारण भारत के एफडीआई में इजाफा हो सकता है
नई दिल्ली (जेएनएन)। भारत वस्तु एवं सेवा कर और बैंकरप्सी कोड जैसे सुधारों के जरिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में और इजाफा कर सकता है। यह अनुमान एक अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपनी एक रिपोर्ट में लगाया है। आपको बता दें कि वस्तु एवं सेवा कर देशभर में 1 जुलाई 2017 को लागू कर दिया गया था।
एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने, जो कि व्यापार की लागत और जटिलता को कम करता है और सरल एवं स्पष्ट बैंकरप्सी कोड के जरिए एफडीआई में और इजाफा हो सकता है।” एसबीआई की रिपोर्ट पूरी तरह से ‘कैसे ग्लोबल डिमांड में तेजी से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों में बुनियादी सुधारों का ज्यादा असर हो सकता है’ विषय पर केंद्रित थी। मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि सरकार ने पहले ही कई सेक्टर में एफडीआई की सीमा बढ़ाई है।
साल 2016 के दौरान देश में एफडीआई 18 फीसद की दर से बढ़कर 46 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था। ये डेटा डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी एंड प्रमोशन की ओर से जारी किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने इंश्योरेंस, डिफेंस और सिविल एविएशन सेक्टर में एफडीआई की नीतियों को थोड़ा उदार किया है। साथ ही केंद्र सरकार ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की दिशा में भी कई सार्थक कदम उठाए हैं।
मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारत और इंडोनेशिया की ओर से विदेशी निवेश को आकर्षित करने के साथ साथ कारोबारी माहौल को और बेहतर बनाने के लिए उठाए गए प्रयासों का सकारात्मक असर मैक्रोइकोनॉमिक माहौल में बेहतर दिखाई देगा। एजेंसी ने भारत की सॉवरन रेटिंग को Baa3 पॉजिटिव पर बरकरार रखा है।