मोबाइल रिचार्ज से लेकर पेमेंट बैंक तक का सफर, एक क्लिक में पढ़िए
पढ़िए कैसे मोबाइल रिचार्ज के लिए शुरू हुई एक कंपनी आज पेमेंट बैंक के संचालन की स्थिति में आ पहुंची है
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिग्गज ई-वॉलेट कंपनी पेटीएम 23 मई से पेटीएम बैंक का संचालन शुरू कर देगी। साल 2010 में प्रीपेड मोबाइल रिचार्ज वेबसाइट से शुरू हुआ पेटीएम का सफर पेमेंट बैंक लॉन्चिंग तक आ पहुंचा है। आज स्थिति यह है कि पेटीएम से न सिर्फ मोबाइल रिचार्ज किए जाते हैं, बल्कि इससे यूटिलिटी बिल का पेमेंट, वॉलेट टू वॉलेट और वॉलेट टू बैंक ट्रांसफर के साथ-साथ खाने के बिल से लेकर फिल्म एवं रेलवे के टिकट तक का भुगतान किया जा रहा है। लेकिन एक छोटी सी कंपनी से 3 बिलियन डॉलर (साल 2016 के आंकड़ों के मुताबिक) का साम्राज्य खड़ा करना विजय शेखर शर्मा के लिए आसान नहीं रहा। पढ़िए पेटीएम का मोबाइल रिचार्ज कंपनी से पेमेंट बैंक तक का सफर।
कौन हैं विजय शेखर शर्मा:
7 जून 1978 को अलीगढ़ में जन्मे विजय शेखर शर्मा ने हिंदी मीडियम स्कूल से पढ़ाई की है। 14 साल की उम्र में हाईस्कूल की परीक्षा पास करने वाले विजय को DCE एंट्रेंस एक्जाम की परीक्षा इसलिए नहीं देने दी गई क्योंकि उनकी उम्र कम थी। हालांकि उन्होंने महज 15 साल की उम्र में परीक्षा देने के लिए वीसी से विशेष अनुमति ली थी। विजय न तो अंग्रेजी पढ़ना जानते थे और न ही लिखना ऐसे में दिल्ली इंजीनियरिंग कॉलेज (1994) में पढ़ाई के दौरान उनके साथी उनका मजाक उड़ाया करते थे। लेकिन फिर उन्हें लगा कि उन्हें अंग्रेजी सीखनी चाहिए। उन्होंने किताबें, मैग्जीन और अखबारों का अध्ययन कर कर के अपनी भाषा में सुधार किया और लैंग्वेज में मास्टर्स डिग्री हासिल की। वो मैग्जीन में सिलिकॉन वैली के बारे में पढ़ा करते थे। एक दौर था जब वो सबीर भाटिया बनने का सपना देखते थे। सबीर भाटिया एक जाने माने भारतीय उद्यमी हैं जिन्होंने वेबमेल कंपनी हॉटमेल डॉट कॉम का गठन किया था।
कॉलेज में पढ़ते-पढ़ते खोली कंपनी:
विजय शेखर शर्मा जब कॉलेज के तीसरे साल में थे तब उन्होंने अपने एक साथी के साथ मिलकर XS नाम की एक कंपनी खोली। कॉलेज प्रशासन ने उनके स्टार्टअप को कैंपस के भीतर संचालित करने की छूट दी। वो कॉलेज की वेबसाइट और ई-मेल सर्विस का मुफ्त में इस्तेमाल करते थे। उनके इस स्टार्टअप को न्यू मैक्सिको के वैंचर कैपिटल फंड (एंजल इंवेस्टर) की ओर से 20,000 रुपए की फंडिंग प्राप्त हुई।
हालांकि उन्होंने साल 1999 में अपने X Soperation’s के वेब पोर्टल को लिविंग मीडिया इंडिया लिमिटेड (इंडिया टुडे ग्रुप) को बेच दिया। इसके बाद 1999 में ही उन्होंने X Soperation’s कंपनी को अमेरिका की लोटस इंटरवर्क को 500 हजार डॉलर में बेच दिया। इसके बाद उन्होंने इंटरसॉल्युसंस के लिए काम शुरू किया।
कैसे शुरू हुआ सफर:
साल 2000 में उन्होंने इंटरसॉल्युसंस को छोड़ दिया। साल 2001 में उन्होंने वन97 कम्युनिकेशन (पी) लिमटेड की स्थापना की। वो इसके सह संस्थापक थे। उन्होंने अपनी कंपनी की स्थापना अपने कलीग (साथी) राजीव शुक्ला के साथ की। उनके साथी ने उनका साथ छोड़ दिया और वो अकेले रह गए। साल 2000 से 2001 के दौरान कंपनी घाटे में चली गई। इस दौरान वन97 को 11 लाख का नुकसान हुआ।
कैसे आया पेटीएम का विचार:
साल 2005 में उनकी मृदुला से शादी हुई। यह वह दौर था जब भारत में स्मार्टफोन का बाजार तेजी से बढ़ रहा था। विजय ने इसी क्षेत्र में कुछ करने की ठानी। साल 2010 विजय के लिए काफी अहम साबित हुआ। उन्होंने अपने बोर्ड मेंबर के सामने पेमेंट इकोसिस्टम में प्रवेश करने का आइडिया सुझाया, लेकिन बोर्ड में काफी सारे लोग उनके इस आइडिया से सहमत नहीं थे। उन्होंने जोखिम उठाया और 2 मिलियन डॉलर के निवेश के साथ शुरूआत कर दी। उन्होंने ऑनलाइन रिचार्ज पोर्ट्ल पेटीएम (पे थ्रू मोबाइल) को लॉन्च किया। जल्द ही रतन टाटा जैसे दिग्गज ने पेटीएम की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिए। पेटीएम ने जल्द ही अली पे फाइनेंशियल की ओर से फंडिंग जुटाई। जल्द ही इकोनॉमिक टाइम्स में एक खबर प्रकाशित हुई जिसमें उन्हें भारत में 40 साल से कम उम्र के हॉटेस्ट बिजनेस लीडर के खिताब से नवाजा गया।
Paytm का पेमेंट बैंक अगले हफ्ते से होगा चालू
भारत की दिग्गज डिजिटल वॉलेट कंपनी पेटीएम को रिजर्व बैंक की ओर से पेमेंट बैंक की स्थापना के लिए लाइसेंस मिल गया है। इसके बाद अब नोएडा स्थित कंपनी के लिए अगले हफ्ते से पेमेंट बैंक के परिचालन के लिए राह आसान हो गई है। पेटीएम पेमेंट बैक लिमिटेड अपना बैंकिंग ऑपरेशन 23 मई 2017 से शुरुआत करेगी। क्रेंद्रीय बैंक के दिशानिर्देश के मुताबिक कंपनी अपने वॉलिट बिजनस को पेमेंट्स बैंक लाइसेंस के तहत पेमेंट बैंक को ट्रांसफर करेगी।
पेटीएम अगले हफ्ते से अपने पेमेंट बैंक का संचालन शुरू कर सकता है। इस कंपनी की नई सीईओ रेणु सत्ती होंगी। आपको बता दें कि रेणु करीब 10 वर्षों तक वन97 कम्यूनिकेशन्स की वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर कंपनी के साथ जुड़ी हुईं थी। पेटीएम के प्रवक्ता ने बताया है कि उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से रेणु सत्ती को सीईओ बनाने की मंजूरी मिल चुकी है।