जेट एयरवेज ने जूनियर पायलटों से कहा, 30 से 50 फीसद वेतन कटौती को रहें तैयार
जेट एयरवेज लागत घटाने के लिए पायलटों की सैलरी काटने की तैयारी में है
नई दिल्ली (रॉयटर्स)। मार्केट शेयर के आधार पर देश की दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइंस ने अपने दर्जनों जूनियर रैंक के पायलटों से कहा है कि वो अपने वेतन में 30 से 50 फीसद कटौती के लिए तैयार रहें। सूत्रों के मुताबिक कंपनी अपनी लागत में कटौती के इरादे से यह कदम उठा रही है।
जेट एयरवेज ने हाल ही में अपने कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा है कि वे स्टाइपेंड या फिर सैलरी में कटौती के लिए तैयार रहें। कंपनी का कहना है कि वह अपनी फ्लीट को और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाने जा रही है। नाम न उजागर करने की शर्त पर दो कर्मचारियों ने बताया कि एयरलाइन इस योजना पर 1 अगस्त से काम शुरू कर सकती है। कंपनी के इस कदम से करीब 400 पायलटों के प्रभावित होने की संभावना है।
जब 31 मार्च को समाप्त हुए वित्त वर्ष में भारत के घरेलू यात्री यातायात में 22 फीसद की बढ़ोतरी हुई, तब जेट एयरवेज ने सिर्फ 5 फीसद की ग्रोथ दर्ज कराई और जून के अंत में इसकी बाजार हिस्सेदारी 18 फीसदी गिर गई, जो कि दो साल पहले 23 फीसद थी। यह जानकारी इंडस्ट्री से जुड़े डेटा के जरिए सामने आई है।
जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने बताया कि उसने चालक दल के काम के पैटर्न में कुछ अंतरिम परिवर्तन किए हैं, जिसकी भविष्य में समीक्षा की जाएगी और यह नेटवर्क के विकास के अनुरूप होगा। गौरतलब है कि यूएई के एतिहाद एयरवेज के मालिकाना हक वाली यह कंपनी इंटरनेशनल मार्केट में तेल की कीमतें कमजोर होने के चलते रेवेन्यू के संकट से जूझ रही है।