नोटबंदी ने होलसेल डिस्ट्रीब्यूशन चैनल को प्रभावित किया: आईटीसी
ITC का कहना है कि देश में नोटबंदी के बाद कंपनी के एफएमसीजी प्रोडक्ट्स के होलसेल ट्रेड चैनल्स में दिक्कतें सामने आई हैं
नई दिल्ली (पीटीआई)। दिग्गज कंपनी आईटीसी ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से बीते साल 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद कंपनी के एफएमसीजी प्रोडक्ट्स के होलसेल ट्रेड चैनल्स में दिक्कतें एवं बाधाएं आई हैं। सालाना आम बैठक में शेयरहोल्डर को संबोधित करते हुए कंपनी के सीईओ संजीव पुरा ने बताया, “हाल के ही दिनों में, नोटबंदी के कारण होलसेल चैनल्स में रुकावटें पेश आई हैं जिसके कारण काफी सारे स्टोर्स पर एफएमसीजी प्रोडक्ट्स की उपलब्धता प्रभावित हुई है।”
दरअसल शेयरधारकों ने शिकायतें की थीं कि आईटीसी के एफएमसीजी उत्पादों को सुपर स्टोरों में ढूंढना मुश्किल है। कंपनी के मैन्युफैक्चरर्स में एफएमसीजी (नॉन-सिगरेट) की अधिकता रहती है जिसमें शैंपू, साबुन, बिस्कुट, परफ्यूम, पैकेज्ड फूड और अन्य सामान शामिल हैं।
चेयरमैन वाई सी देवेश्वर का नाम लेते हुए पुरी ने कहा कि स्टोर स्पेस प्राप्त करने में कई तरीके की व्यवहारिक कठिनाइयां थीं, जो तभी दूर हो पाएंगी जब सेगमेंट पर्याप्त स्थान हासिल कर लेंगे। सिगरेट पर टैक्सेशन को लेकर चिंता प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि यह चिंता का प्रमुख कारण है। यहां पर करीब 202 फीसद का टैक्स इजाफा हुआ है जो कि सिगरेट की स्मगलिंग को बढ़ावा देगा। साथ ही यह टोबैको उपभोग के अन्य माध्यमों की तरफ बढ़ जाएगा।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला पिछले साल 8 नवंबर को लिया था जिसके बाद 9 नवंबर से ही 500 और 1000 रुपए के नोट अमान्य कर दिए गए थे। सरकार के इस कदम के बाद बाजार में नकदी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ा था।