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टैक्स के मामले में अकाउंटेंट पर ज्यादा भरोसा करते हैं भारतीय, ग्लोबल सर्वे में सामने आई बात

जी 20 के अन्य देशों के मुकाबले भारतीय टैक्स संबंधी मामलों में पेशेवरों पर ज्यादा भरोसा जताते हैं

By Praveen DwivediEdited By: Published: Thu, 30 Mar 2017 06:21 PM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2017 06:36 PM (IST)
टैक्स के मामले में अकाउंटेंट पर ज्यादा भरोसा करते हैं भारतीय, ग्लोबल सर्वे में सामने आई बात
टैक्स के मामले में अकाउंटेंट पर ज्यादा भरोसा करते हैं भारतीय, ग्लोबल सर्वे में सामने आई बात

नई दिल्ली: करदाताओं के नजरिए को लेकर हुई पहले गहन अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जब टैक्सेशन की बात आती है तो भारतीय पेशेवरों पर ज्यादा यकीन करते हैं। लेकिन इन लोगों का अपने नेताओं के प्रति गहरा अविश्वास रहता है। यह सर्वे एसोसिएशन ऑफ चार्टेड सर्टिफाइड एकाउंटेंट (एसीसीए), पेशेवर एकाउंटेंट के लिए एक वैश्विक निकाय, इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ एकाउंटेट (आईएफएसी) और चार्टेड एकाउंटेंट ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड (सीए एएनजेड) की साझेदारी में सभी जी-20 देशों में कराया गया।

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टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक एसोसिएशन ऑफ चार्टेड सर्टिफाइड एकाउंटेंट (एसीसीए) में इटरनेशनल डिवेलपमेंट के हैड मोहम्मद साजिद खान ने बताया, “विशेष रूप से भारतीय, जी-20 में शामिल अधिकांश देशों की तुलना में भारत के लोग मल्टीनैशनल और प्रोफेशनल एकाउंटेंट्स पर काफी ज्यादा भरोसा जताते हैं, ताकि एक वाजिब टैक्स सिस्टम बनाया जा सके।”

लगभग 70 फीसद भारतीय मानते हैं कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां उचित मात्रा कर अदा कर रही हैं और विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए कर प्रोत्साहन की पेशकश करना उचित है। वहीं इसके विपरीत, जी-20 में, केवल 52 फीसद प्रतिक्रियादाताओं को बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कर व्यवस्था में विश्वास है। इनमें से सिर्फ 49 फीसद यह सोचते हैं कि कर प्रोत्साहनों की पेशकश की जानी चाहिए।


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