SBI को 1,894 करोड़ की पूंजी देने की योजना बना रही है सरकार
सरकार एसबीआई को 1,894 करोड़ रुपये की पूंजी देने की योजना बना रही है
नई दिल्ली। सरकार देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को 1,894 करोड़ रुपये की पूंजी देने की योजना बना रही है। सरकार ने देश के इस सबसे बड़े बैंक से कोष दिए जाने के संबंध में जरूरी नियामकीय मंजूरी प्राप्त करने को कहा है। गौरतलब है कि सरकार ने बीते वर्ष जुलाई में 7,575 करोड़ रुपये की पूंजी डाले जाने की घोषणा की थी, यह उसी का हिस्सा है। घोषणा के तहत सरकार 75 फीसदी राशि जारी कर दी है।
सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘19 जुलाई 2016 के फैसले के संदर्भ में सरकार ने इक्विटी शेयर के तरजीही आबंटन के जरिए चुकता पूंजी बढ़ाने को मंजूरी दे दी है।’’ एसबीआई को केंद्र सरकार को तरजीही शेयर जारी कर 5,681 करोड़ रुपए तक जुटाने के लिए शेयरधारकों से मंजूरी मिल गई है। शेयरधारकों की बैठक बीते वर्ष दिसंबर महीने में हुई थी। सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के 13 बैंकों में 22,915 करोड़ रुपए की पूंजी डाली है। इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) और इंडियन ओवरसीज बैंक शामिल हैं।
साल 2017 में आर्थिक वृद्धि 6.7 फीसदी रहने का अनुमान, नोटबंदी का पड़ा असर: एसबीआई रिसर्च
एसबीआई रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ रेट 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। उसका कहना है कि नोटबंदी के कारण उपभोग पर असर पड़ा है और इसीलिए उत्पादन प्रभावित होगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने नोटबंदी का फैसला बीते 8 नवंबर को लिया था।
एसबीआई रिसर्च ने क्या कहा:
एसबीआई रिसर्च में कहा गया है कि नोटबंदी का उत्पादन वृद्धि पर निश्चित आकलन एक कठिन कार्य है, लेकिन जीडीपी वृद्धि तीसरी तिमाही में 6.0 प्रतिशत से कम रहेगी और चौथी तिमाही में इसमें कुछ सुधार आ सकता है। एसबीआई रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में जीडीपी वृद्धि 6.3 प्रतिशत तथा पूरे वित्त वर्ष में 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। इतना ही नहीं, इसके नीचे जाने का जोखिम भी बताया है।