डिजिटलाइजेशन का सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय कर्मचारियों को: सर्वे
एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि डिजिटलाइजेशन के कारण भारत में सबसे ज्यादा नौकरियां जाएंगी।
नई दिल्ली: डिजिटलीकरण का तेजी से बढ़ता उपयोग, बिजनेस और ऑर्गनाइजेशंस में ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की सबसे ज्यादा मार भारतीय कर्मचारियों पर पड़ेगी जो कि छोटी अवधि में नौकरी कटौती के रूप में सामने आएगा। द स्किल रेवोल्यूशन के नाम से मैनपॉवर ग्रुप की ओर से किया गया सर्वे देवोस में आयोजित वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में जारी किया गया। इस सर्वे में करीब 43 देशों के 6 उद्योगों से जुड़े 18,000 कर्मचारियों को शामिल किया गया।
कहां बढ़ेगा डिजिटलीकरण और कहां कम होगी कर्मचारियों की संख्या?
भारत के काफी सारे नियोक्ताओं का कहना है कि डिजिटलाइजेशन की वजह से काफी सारी नौकरियां जाएंगी। भारत के बाद बुल्गारिया, स्वोवाकिया और स्लोवेनिया भी इस मामले में भारत के बेहद करीब हैं। डिजिटलाइजेशन की वजह से भारत में एक चौथाई नौकरियां जाने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि दुनियाभर के काफी सारे नियोक्ताओं को उममीद है कि ऑटेमेशन और डिजिटलाइजेशन के साथ सामंजस्य से रोजगार शुद्ध लाभ में आ जाएगा।
वहीं दूसरी तरफ इटली, ग्वाटेमाला और पेरू के काफी सारे नियोक्ताओं का कहना है कि डिजिटलाइजेशन की वजह से नौकरियों की संख्या बढ़ेगी। इस सर्वे में कहा गया है कि आईटी और कस्टमर फेसिंग रोल्स के क्षेत्र में कार्यरत लोगों को आशावादिता महसूस होनी चाहिए, विशेषकर उन नियोक्ताओं को जिन्होंने नौकरियां बढ़ने का पूर्वानुमान लगाया है।