ओवर सब्सक्राइब्ड हुआ सीपीएसई ईटीएफ, प्राप्त हुईं 12,000 करोड़ की बोलियां
ईटीएफ के दूसरे चरण में संस्थागत निवेशकों की ओर से जोरदार प्रतिक्रिया मिली है।
नई दिल्ली: 10 सरकारी कंपनियों के बास्केट ईटीएफ के दूसरे चरण में संस्थागत निवेशकों को अच्छा खासा रिस्पांस मिला है। सीपीएसई ईटीएफ के लिए 12,000 करोड़ से ज्यादा की बोलियां मिली है जोकि की इश्यू साइज से ढ़ाई गुना ज्यादा है। रिलायंस म्युचुअल फंड की देखरेख में सीपीएसई ईटीएफ के लिए निवेशकों ने हर दौर के लिए भाग लिया। इसमें खुदरा निवेशकों को 5 फीसदी की छूट की पेशकश की गई थी।
वहीं एकर निवेशकों जिनके लिए बोली का आवेदन 17 जनवरी को ही खोल दिया गया था और 1,800 करोड़ रुपए आरक्षित रखे गए थे की तरफ से 6,000 करोड़ की बोली मिली है। वहीं 18 जनवरी से 20 जनवरी के बीच 6,000 करोड़ की अतिरिक्त बोली पात्र संस्थागत खरीदारों और खुदरा निवेशकों की ओर से मिली है।
क्या है ईटीएफ:
आपको बता दें कि ईटीएफ 10 सरकारी क्षेत्र की कंपनियों (ओएनजीसी, कोल इंडिया व इंडियन ऑयल समेत) का बास्केट है। दरअसल केंद्र सरकार इन कंपनियों के शेयरों का विनिवेश कर साल 2016-17 के विनिवेश कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर 6,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। विनिवेश का लक्ष्य महत्वाकांक्षी है और यह 56,500 करोड़ रुपये का है।
कितने निवेशकों ने लगाया है पैसा:
सीपीएसई ईटीएफ में भारत के 300 शहरों से 2 लाख से ज्यादा निवेशकों ने पैसा लगाया है। सीपीएसई ईटीएफ आज तक का सरकारी कंपनियों का सबसे बड़ा ईटीएफ है। रिटेल निवेशकों के अलावा इसमें मॉर्गन स्टेनली, नोमुरा, कोटक म्युचुअल फंड और एलआईसी जैसे एकंर इनवेस्टर्स ने 6000 करोड़ से ज्यादा की बोलियां लगाई हैं।