एन. चंद्रशेखरन टाटा मोटर्स के नए चेयरमैन बनाए गए
नटराजन चंद्रशेखरन को अब टाटा मोटर्स का चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया है।
नई दिल्ली: टाटा संस के नए चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन को तत्काल प्रभाव से समूह की वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स का चेयरमैन नियुक्त कर दिया गया है। मंगलवार को टाटा ग्रुप की ओर से हुए इस बड़े फैसले पर टाटा मोटर्स ने कहा, “कंपनी के निदेशक मंडल ने नटराजन चंद्रशेखरन को तत्काल प्रभाव से बोर्ड में अतिरिक्त निदेशक और चेयरमैन नियुक्त किया है।” गौरतलब है कि टाटा संस ने कुछ दिन पहले ही एन चंद्रशेखरन को चेयरमैन नियुक्त किया था जो कि 21 फरवरी के कामकाज संभालेंगे।
टाटा संस के पहले गैर पारसी चेयरमैन के बारे में जानिए 6 बड़ी बातें
टीसीएस से जुड़े नटराजन: नटराजन चंद्रशेखरन भारतीय पेशेवर हैं जो टाटा कंसल्टेंसी सर्विस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक हैं। चंद्रशेखरन 6 अक्टूबर 2009 को टीसीएस से जुड़े थे उन्हें तब मुख्य कार्यकारी अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इससे पहले 6 सितंबर 2007 को वो टीसीएस के एक्सीक्यूटिव डायरेक्टर बने थे। वहीं साल 2002 में उन्होंने टीसीएस के ग्लोबल सेल्स के हेड पद को संभाला था।
पहली बार किसी गैर पारसी को चुना गया चेयरमैन: टाटा ग्रुप के बीते 150 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी गैर पारसी को टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया है। इससे पहले टाटा संस के चेरयमैन रहे साइरस मिस्त्री पारसी समुदाय से ताल्लुक रखते थे।
कहां पढ़े चंद्रशेखरन: चंद्रशेखरन के पास टाटा ग्रुप के सबसे युवा कार्यकारी का तमगा भी है। चंद्रा ने अपना अधिकांश समय टीसीएस को दिया है। त्रिची (तमिलनाडु) के रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर एप्लीकेशन में परास्नातक करने के बाद वो साल 1987 में उस वक्त कंपनी से जुड़े थे।
आरबीआई से भी जुड़ चुका है नाम: नटराजन चंद्रशेखरन का नाम भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से भी जुड़ चुका है। वो 5 मार्च 2016 तक भारतीय रिजर्व बैंक के नॉन ऑफिशियल डायरेक्टर के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
टाटा संस के एडिशनल डायरेक्टर भी रहे हैं चंद्रा: नटराजन चंद्रशेखरन टाटा संस के एडिशनल डायरेक्टर भी रह चुके हैं। उन्होंने यह जिम्मेदारी 25 अक्टूबर 2016 तक संभाली थी।
किसान परिवार में जन्में चंद्रशेखरन: चंद्रशेखरन का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ। वो पांच भाई बहन हैं। चंद्रशेखरन के पिता श्रीनिवासन नटराजन पेशे से एक वकील थे लेकिन वो एक पारिवारिक फॉर्म की देखरेख भी करते थे।