इनकम टैक्स कलेक्शन: बैंगलुरु टॉप पर, उम्मीदों से कमतर रहा मुंबई का प्रदर्शन
राष्ट्रीय स्तर पर डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के मामले में वित्त वर्ष 2016-17 के लिए यह आंकड़ा 8.47 लाख करोड़ का रहा है जो कि बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 14.2 फीसद ज्यादा है।
नई दिल्ली (पीटीआई): मुंबई आयकर क्षेत्र, जो देश के प्रत्यक्ष कर संग्रह का एक तिहाई योगदान देता है साल 2017 के रेवेन्यू टार्गेट से चूक गया है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है। आयकर विभाग के अधिकारी ने बताया, “मुंबई वित्त वर्ष 2017 के 2.79 ट्रिलियन (2.79 लाख करोड़) के लक्ष्य को प्राप्त करने से चूक (मामूली मार्जिन) गया है।”
हालांकि विभाग की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि देश की वित्तीय राजधानी की ओर से एकत्र की गई सटीक राशि कितनी रही है। इसका चूक का हवाला देते हुए अधिकारी ने कहा, “पिछले साल की तुलना में हमने 30% से ज्यादा रिफंड दिया है, यह एक बड़ा कारण रहा है जिस वजह से लक्ष्य हासिल करने में मामूली मार्जिन से चूक हो गई।”
जानकारी के मुताबिक मुंबई जोन ने बीते साल 2.48 लाख करोड़ का राजस्व संग्रह (रेवेन्यू कलेक्शन) हासिल किया था। राष्ट्रीय स्तर पर डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा 2016-17 के दौरान 8.47 लाख करोड़ का रहा है, जो कि बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 14.2 फीसद ज्यादा का है। विभाग वित्त वर्ष 2017 के लक्ष्य को पूरा करने में सक्षम था, जबकि पिछले वित्त वर्ष में पैन इंडिया के लिए यह आंकड़ा चूक गया था।
इस बीच, वर्ष के दौरान सभी महानगरों में प्रत्यक्ष करों के संग्रह में बेंगलुरु सबसे ऊपर रहा है, जबकि राष्ट्रीय राजधानी में एक सीमान्त विकास हुआ है। फीसद के टर्म में बैंगलुरु 21 फीसद की ग्रोथ के साथ 90,000 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंचकर चार्ट में सबसे ऊपर रहा है। वहीं दिल्ली का कलेक्शन भी 5 फीसद बढ़कर 1.1 लाख करोड़ रुपए हो गया।