किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे कर चोरी: अरुण जेटली
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिया है कि 31 दिसंबर के बाद भी बाजार में रुपये की उपलब्धता में ज्यादा वृद्धि की उम्मीद नहीं है
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिया है कि 31 दिसंबर के बाद भी बाजार में रुपये की उपलब्धता में ज्यादा वृद्धि की उम्मीद नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि नोटबंदी के बाद अब बेनामी संपत्तियों पर सरकार की निगाह है। इन पर नजर रखने और ऑनलाइन कारोबार में हेराफेरी रोकने के लिए भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) अधिकारियों की विशेष जिम्मेदारी निभानी होगी। बेनामी संपत्ति से जुड़े कानून को कड़ाई से लागू करने के लिए सरकार संबंधित संस्थाओं को मजबूत बनाएगी।
जेटली सोमवार को यहां भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रशिक्षुओं को नोटबंदी के बाद देश की अर्थव्यवस्था को और समृद्ध करने के गुर सिखाए। जेटली ने कहा कि कैशलेस अर्थव्यवस्था में ऑनलाइन कारोबार पर नजर रखने के लिए नई तकनीक को सीखना जरूरी है। सरकार पहली अप्रैल से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने जा रही है। ऐसे में वे केंद्र सरकार द्वारा तैयार जीएसटी के मसौदे की विस्तृत जानकारी हासिल कर लें। आने वाले समय में उन्हें जीएसटी के बूते ही राजस्व में बढ़ोतरी करनी होगी।
वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को कराधान के दायरे में लाया जाए। स्वैछिक कर भुगतान करने वालों की संख्या भी बढ़ाई जाए। कर चोरी किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। बेनामी संपत्ति कानून पर कड़ाई से अमल की बात बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ‘मन की बात’ संबोधन में भी कही थी।