वेदांता अगले तीन से चार महीनों में सात अरब डॉलर का निवेश करेगी: अनिल अग्रवाल
वेदांता तीन चार वर्षो में कुल क्षमता का विस्तार करने पर 6 से7 अरब डॉलर का निवेश करेगी
नई दिल्ली (जेएनएन)। प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र की दिग्गज कंपनी बनने के लिए प्रयासरत वेदांता को भारत में भरपूर अवसर दिख रहे हैं। वह 3-4 वर्षो में कुल क्षमता का विस्तार करने पर 6-7 अरब डॉलर (लगभग 38,400-44,800 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। धातु व खनन क्षेत्र के शहंशाह अनिल अग्रवाल ने यह जानकारी दी।
वेदांता में केयर्न के विलय के बाद वह प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में काम करने वाली दुनिया की छठी सबसे बड़ी विविध कारोबार वाली कंपनी बन गई है। इसका बाजार पूंजीकरण 14 अरब डॉलर है। वेदांता रिसोर्सेज पीएलसी समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बताया कि हमारे सपनों ने मूर्त रूप लेना शुरू किया है। आर्थिक रूप से बीता वित्त वर्ष अच्छा रहा। ग्रुप की तीन से चार वर्षो में कारोबार में कम से कम 60 फीसद क्षमता बढ़ाने की योजना है। प्राकृतिक संसाधनों पर सरकार का फोकस होने के कारण भविष्य आशाजनक है। इस क्षेत्र की और कंपनियां भारत में पांव जमाएंगी। भारत अपने भरपूर प्राकृतिक संसाधनों के साथ इस क्षेत्र का अगुआ बन सकता है।
ल्यूपिन के संस्थापक देशबंधु का निधन
प्रमुख दवा कंपनी ल्यूपिन के संस्थापक व चेयरमैन देशबंधु गुप्ता का सोमवार को मुंबई में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी, चार बेटियां और एक बेटा है। गुप्ता ने 1968 में ल्यूपिन की शुरुआत की थी। समय के साथ यह प्रमुख ग्लोबल फार्मास्यूटिक कंपनी बन गई। इसकी मौजूदगी 100 से ज्यादा देशों में है। ल्यूपिन की सीईओ विनीता गुप्ता और एमडी निलेश गुप्ता ने पिता के निधन पर शोक जताया।