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अडानी पावर को 5,000 करोड़ का घाटा

प्राइवेट सेक्टर की प्रमुख बिजली उत्पादक कंपनी अडानी पावर को सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से बड़ा झटका लगा है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 28 May 2017 01:29 PM (IST)Updated: Sun, 28 May 2017 01:29 PM (IST)
अडानी पावर को 5,000 करोड़ का घाटा
अडानी पावर को 5,000 करोड़ का घाटा

नई दिल्ली (पीटीआई)। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निजी क्षेत्र की प्रमुख बिजली उत्पादक कंपनी अडानी पावर को तगड़ा झटका लगा है। इसके चलते बीते वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में कंपनी ने 4,961 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दिखाया है। कंपनी को वर्ष 2015-16 की समान तिमाही में 1,012 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ था।

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शीर्ष अदालत ने कंपनी के मूंदड़ा प्लांट के लिए कंपंसेटरी टैरिफ को रद करने का आदेश दिया था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान अडानी पावर की कंसॉलिडेटड आय घटकर 6,586.4 करोड़ रुपये रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की मार्च में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी की आमदनी 7,756.9 करोड़ रुपये थी। जहां तक बीते वित्त वर्ष का सवाल है तो कंपनी की पूरे साल के दौरान कंसॉलिडेटेड टोटल इनकम 10 फीसद घटकर 23,203 करोड़ रुपये पर आ गई। इस दौरान कंपनी ने मूंदड़ा पावर प्लांट से हुई कंपंसेटरी टैरिफ के रूप में प्राप्त 3,620 करोड़ रुपये की राशि को बट्टेखाते में डाला है।

तिमाही वित्तीय नतीजों के एलान करते हुए कंपनी के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हम मूंदड़ा प्लांट को लंबे समय तक बेहतर प्रदर्शन के साथ चलाना चाहते हैं। सभी हितधारकों के साथ बातचीत करके बचाव के संभावित विकल्पों पर काम कर रहे हैं। केंद्र सरकार भी बिजली क्षेत्र में आ रही दिक्कतों को दूर करने की कोशिश में जुटी है। उसकी ओर से इस क्षेत्र में सुधार के लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। अडानी समूह की एक अन्य कंपनी अडानी ट्रांसमिशन ने भी शनिवार को घोषित किए। इस कंपनी का शुद्ध लाभ समीक्षाधीन तिमाही में 5.17 फीसद घटकर 94.9 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले साल की समान तिमाही में लाभ का यह आंकड़ा 100 करोड़ से ज्यादा था।

नाल्को का मुनाफा 25 फीसद बढ़ा

प्रमुख एल्यूमिनियम उत्पादक नाल्को (नेशनल एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड) का समीक्षाधीन तिमाही के दौरान शुद्ध लाभ 25 फीसद बढ़कर 268 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वर्ष की समान तिमाही में स्टैंडअलोन प्रॉफिट का यह आंकड़ा 214 करोड़ रुपये था। बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में कंपनी का कुल रेवेन्यू भी बढ़कर 2,549.7 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2015-16 की जनवरी से मार्च की अवधि में यानी चौथी तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व करीब 1,994 करोड़ रुपये था।

इंडिया सीमेंट का लाभ लुढ़का

पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की मार्च को समाप्त तिमाही में इंडिया सीमेंट का शुद्ध मुनाफा 32.10 फीसद लुढ़ककर 34.28 करोड़ रुपये रह गया। वर्ष 2015-16 की समान तिमाही में इस सीमेंट कंपनी ने 50.49 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। अलबत्ता समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की कुल आय 16.12 फीसद बढ़कर 1,524.29 करोड़ रुपये हो गई।


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