सुदूर इलाकों तक हवाई सफर के लिए सक्षम हैं 44 एयरपोर्ट: रिपोर्ट
भारत के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक हवाई सफर के लिए 44 हवाई अड्डे पूरी तरह सक्षम हैं। इन एयरपोर्ट पर उड़ान योजना को आसानी से शुरू किया जा सकता है।
नई दिल्ली। भारत के सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक हवाई सफर के लिए 44 हवाई अड्डे पूरी तरह सक्षम हैं। इन एयरपोर्ट पर उड़ान योजना को आसानी से शुरू किया जा सकता है। उद्योगपतियों के संगठन फिक्की ने ताजा रिपोर्ट में यह बात कही गई है। दरअसल केंद्र सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम शुरू करने की योजना बनाई है, जिसके तहत सुदूर इलाके भी हवाई सफर से जुड़ सकेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रीय उड्डयन नीति, 2016 के तहत अक्टूबर में इस योजना को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया था।
इस रिपोर्ट के अनुसार भौगोलिक, ऑपरेशनल और कमर्शल पैरामीटर्स पर देश के 414 एयरपोर्ट्स में से 44 एयरपोर्ट पूरी तरह सक्षम हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया, 'हमने इन एयरपोर्ट्स से उड़ानों के लिए 370 संभालित डेस्टिनेशंस को भी चुना है। इनमें मेट्रो सिटी, राज्यों की राजधानी और महत्वपूर्ण वित्तीय, औद्योगिक और टूरिज्म सेंटर भी शामिल हैं।'
उड़ान के लिए इन राज्यों की डेस्टिनेशन का हुआ चयन:
रिपोर्ट के अनुसार रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत यूपी के 4 इलाकों, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और असम में 3, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, बिहार, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ में 2 और आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, पुदुचेरी, लक्षद्वीप, दमन दीव, हरियाणा, मध्य प्रदेश, झारखंड और उत्तराखंड में 1-1 डेस्टिनेशन का चयन किया गया है।
केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय के सचिव राजीव नयन चौबे ने कहा, 'अब तक 22 राज्य रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम से जुड़ चुके हैं। हमने ऐसे 30 एयरपोर्ट्स चिह्नित किए हैं, जहां से तत्काल प्रभाव से उड़ानों की शुरुआत की जा सकती है।'