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नोटबंदी के बाद डीबीटी स्कीम में बचे 27,000 करोड़ रुपए

9 नवंबर 2016 से लेकर अब तक डीबीटी योजना के अंतर्गत 27,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 19 Feb 2017 12:47 AM (IST)Updated: Sun, 19 Feb 2017 12:49 AM (IST)
नोटबंदी के बाद डीबीटी स्कीम में बचे 27,000 करोड़ रुपए
नोटबंदी के बाद डीबीटी स्कीम में बचे 27,000 करोड़ रुपए

नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद 9 नवंबर 2016 से लेकर अब तक प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण यानी डीबीटी योजना के अंतर्गत 27,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है। यह जानकारी पंचकुला में शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हरियाणा सरकार की ओर से दी गई। इतना ही नहीं नोटबंदी के बाद हरियाणा राज्य में करीब 35 फीसद लोगों ने डेबिट कार्ड, रुपे कार्ड और ई-वॉलेट की सेवाएं लेना शुरू कर दिया।

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हरियाणा सरकार ने आज यह खुलासा पंचकुला में डिगी धन मेला और बसंत उत्सव के उद्धाटन समारोह के दौरान किया। इस दौरान सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुज्जर और हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम बिलास शर्मा भी मौजूद थे। इस मौके पर बोलते हुए गुज्जर ने कहा कि देश में 100 डिगी धन मेले आयोजित किए जा रहे हैं ताकि लोगों को भुगतान के लिए कैशलेस ट्रांजेक्शन के चुनाव को प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने बताया कि अब तक 56 मेले आयोजित किए जा चुके हैं और गुरुग्राम और सोनीपत के बाद यह हरियाणा में इस तरह का तीसरा मेला है।

कृष्ण पाल गुज्जर ने लोगों से अपील की कि वो ज्यादा से ज्यादा डिजिटल ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करें ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना साकार हो सके। साथ उन्होंने यह भी कहा कि लोग खुद तो डिजिटल ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करें हीं लेकिन वो औरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।


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