Move to Jagran APP

सरकार की नीतियों का अंचल शिक्षकों ने किया विरोध

बेतिया। समान काम समान वेतन समेत तेरह सूत्री मांगों के समर्थन में जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के उप प्रध

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Apr 2017 03:02 AM (IST)Updated: Wed, 26 Apr 2017 03:02 AM (IST)
सरकार की नीतियों का अंचल शिक्षकों ने किया विरोध
सरकार की नीतियों का अंचल शिक्षकों ने किया विरोध

बेतिया। समान काम समान वेतन समेत तेरह सूत्री मांगों के समर्थन में जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के उप प्रधान सचिव के नेतृत्व में अंचल के शिक्षकों ने एक दिवसीय धरना दिया। कन्या मध्य विद्यालय में शिक्षकों को संबोधित करते हुए उप प्रधान सचिव अनिल तिवारी ने कहा कि समान काम समान वेतन शिक्षकों का अधिकार है। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बावजूद सरकार शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन नहीं देकर उन्हें मानसिक और आर्थिक ²ष्टि से प्रताड़ित कर रही है। उन्होने कहा कि जब तक सरकार शिक्षकों की उचित मांगों को पूरा नहीं कर देती, तब तक गुणात्मक शिक्षा की कल्पना बेईमानी है। शिक्षा और शिक्षक विरोधी नीति के कारण प्रारंभिक शिक्षा की स्थिति दयनीय होती जा रही है। जिसके लिए सरकार स्वयं उत्तरादायी है। धरना में कई शिक्षकों ने अपने हक में आवाज बुलंद की। भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के निर्णय के अनुसार यह धरना दिया गया। धरना में संघ द्वारा जिन मांगों को प्रमुखता से सरकार के समक्ष रखा गया है, उनमें पुरानी पेंशन योजना को चालू करने और नई पेंशन योजना को समाप्त करने, दक्ष शिक्षकों के चयन के उद्देश्य से प्रारंभिक शिक्षक संघ के आयोग का गठन करना, मध्याह्न भोजन योजना से शिक्षकों को पूर्णत: अलग करना, प्रवरण वेतनमान और एसीपी का आदेश निर्गत करना शामिल है। शिक्षकों ने अपने हक के लिए आंदोलन को तेज करने का भी निर्णय लिया। मौके पर अंचल अध्यक्ष मो. रिजवान, सचिव लक्ष्मण भगत, घनश्याम मिश्र, बलेश राम, बृजेश वर्मा, जर्नाद्धन यादव, रविकांत मिश्र, विजय पाठक, सुमन कुमार, पल्लवी भारती, उर्मिला कुमारी, विजय लक्ष्मी गुप्ता, महेश यादव, पवन मिश्र आदि शिक्षक शामिल रहे। इसके बाद बीडीओ को संघ की ओर से एक ज्ञापन सौंपा गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.