दहशत का पर्याय नक्सली कमांडर चढ़ा पुलिस के हत्थे
गौनाहा प्रखंड क्षेत्र के दर्जनाधिक गांवों में दहशत का पर्याय बना नक्सली कमांडर आखिर मटियरिया पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया।
बोतिया। गौनाहा प्रखंड क्षेत्र के दर्जनाधिक गांवों में दहशत का पर्याय बना नक्सली कमांडर आखिर मटियरिया पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। नक्सली कमांडर ललन मुसहर की गिरफ्तारी से क्षेत्र के लोगों को चैन मिला है। 13 वर्षो से नक्सली गतिविधि में संलिप्त व फरार चल रहा था। बता दे कि वर्ष 2002 में करीब 40 की संख्या में नक्सलियों को मटियरिया थाना क्षेत्र में एक साथ देखा गया था। उसी समय से इनकी चहलकदमी प्रखंड में तेज होने लगी। वर्ष 2003 एवं 2005 में नक्सली कमांडर ललन मुसहर के नेतृत्व में फाय¨रग की घटना को बनहवा मटियरिया में अंजाम दिया गया था। जिसमें एक की मौत व 30 लोग गोलीबारी में घायल हुए थे। फिर प्रखंड का सोनवर्षा, मटियरिया, बनहवा, मटियरिया, सिरिसिया, शेरपुर, मंडिहा सहित दर्जनाधिक गांव नक्सलियों के प्रभाव में आ गया। इनकी गतिविधि दिनों दिन बढ़ने लगी।
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कई बार चलाया गया कांबिंग ऑपरेशन
प्रखंड के विभिन्न गांव एवं वन क्षेत्र में पुलिस द्वारा समय समय पर छापामारी व एसएसबी के साथ कांबिंग ऑपरेशन चलाया जाता रहा है। थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि नक्सलियों की सूचना पर बनहवा परसा, बनहवा मटियरिया, सोनवर्षा सहित वन क्षेत्रों में लगातार छापामारी की जाती है। पुलिस पूरे क्षेत्र में नजर रख रही है।
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वन क्षेत्र में नक्सली चलाते प्रशिक्षण कैंप
गौनाहा प्रखंड के उत्तर दिशा में पूरब से पश्चिम तक वन क्षेत्र फैला हुआ है। इसमें नक्सलियों के प्रशिक्षण शिविर की चर्चा लंबे समय से होती रही है। पुलिस छापामारी भी करती रही है। इसके बावजूद वन क्षेत्र मार्ग से लोगों का आना जाना प्राय: देखा जाता है। पूर्व डीएसपी म. अब्दुल्लाह ने पुलिस बल के साथ वन क्षेत्र के दुरुह जगह गुलरबाना तक पैदल मार्च किया था। जहां नक्सलियों के प्रशिक्षण कैंप होने की जानकारी उन्हें प्राप्त हुई थी।