नारायणी तट पर विष्णु महायज्ञ को ले कलश यात्रा
बगहा। नारायणी की तटपर विष्णु महायज्ञ को लेकर गुरुवार को हजारों की संख्या में कन्याओं द्वारा कलश यात्
बगहा। नारायणी की तटपर विष्णु महायज्ञ को लेकर गुरुवार को हजारों की संख्या में कन्याओं द्वारा कलश यात्रा जुलूस निकाला गया। जिसमें गाजे-बाजे हाथी, घोड़ा भी शामिल हुए। यह कलश यात्रा मधुबनी गांव होते हुए पिपरपाती, रंगललही, बगहवां सहित दर्जनों गांव का भ्रमण करते हुए गंडक नदी में जल भरने के बाद मधुबनी नारायणी तट पर स्थापित यज्ञशाला मंडप में कलश की स्थापना की गई। वहीं कलश यात्रा के दौरान रंगललही गांव में पूर्व प्रमुख उदय प्रताप ¨सह के आवास पर कलश यात्रा में शामिल सभी कन्याओं एवं जुलूस में शामिल सभी लोगों को पानी पिलाया गया। विष्णु महायज्ञ कर्ता पंडित राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि इस महाविष्णु यज्ञ का आयोजन 17 वर्ष पूर्व से किया जा रहा है । प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस विष्णु महायज्ञ का आयोजन किया गया है । जो 19 जनवरी से लेकर 27 जनवरी तक चलेगा । उन्होंने बताया कि इस विष्णु महायज्ञ में अयोध्या से लोगों के मनोरंजन के लिए रामलीला मंगाया गया है ।वही यज्ञ में पूजा पाठ के लिए विभिन्न जगहों से दर्जनों की संख्या में साधु-संत एवं विद्वान पंडित पहुंचे हैं ।वही यज्ञ पूजा के अध्यक्ष मधुबनी मुखिया सुमित चौहान ने बताया कि पूर्वजों की माने तो वर्षों पहले जब गंडक नदी द्वारा मधुबनी गांव सहित दर्जनों गांव में नदी का कटाव शुरू हुआ था जिस को बचाने के लिए महात्मा ध्रुवदास द्वारा इस विष्णु महायज्ञ का आयोजन किया गया था। विष्णु महायज्ञ के फलस्वरुप गंडक नदी का कटाव रुक गया। एवं दर्जनों गांव गंडक नदी में विलीन होने से बच गए। उसी समय से इस विष्णु महायज्ञ का आयोजन माघ महीने में किया जाता है । इस कलश यात्रा में मधुबनी पैक्स अध्यक्ष विकास ¨सह ,सुबोध ¨सह, ललन राम ,शंभू राम ,मदन ¨सह ,जनार्दन चौधरी, दीना साह, कोशील यादव ,विश्वनाथ ¨सह ,सहित जनों लोगों द्वारा कलश यात्रा में शामिल कुंवारी कन्याएं शामिल हुईं।