रिजेक्ट वेरायटी के नाम पर किसानों से धोखा बर्दाश्त नहीं
बेतिया। प्रखंड मुख्यालय स्थित एचपीसीएल चीनी मिल के गेट पर किसानों की समस्या को लेकर राजद कार्यकर्ताओ
बेतिया। प्रखंड मुख्यालय स्थित एचपीसीएल चीनी मिल के गेट पर किसानों की समस्या को लेकर राजद कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय धरना दिया। धरना का नेतृत्व कर रहे राजद के वरीय नेता रणकौशल प्रताप ¨सह ने बताया कि चीनी मिल प्रबंधन की मनमानी से किसान त्रस्त है। अपना ईख देने के निमित्त चालान के लिए मिल कार्यालय की दौड़ लगानी पड़ती है। सरकार द्वारा रिजेक्ट वेराइटी के गन्ने का मूल्य कम कर देने के बावजूद लौरिया चीनी मिल द्वारा रिजेक्ट वेराईटी का गन्ना नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्या कारण है कि रामनगर व नरकटियागंज चीनी मिलों की रिकबरी लौरिया चीनी मिल से अधिक है। यह जांच का विषय है। लगता है कि सोची समझी साजिश के तहत इस चीनी मिल को बंद कर देने का इरादा है। उन्होंने बताया कि उनकी चार मांगे किसानों के हित की है, जिसके समाधान को लिखित आश्वासन चाहिए। इसमें मुख्य मांग रिजेक्ट वेराईटी का गन्ना जल्द से जल्द लिया जाए, चालान जाति व प्रभावी व्यक्ति देखकर नहीं बल्कि मापी के आधार पर दिया जाए, किसानों को वेराइटी गन्ना लगाने को प्रोत्साहित किया जाय, चीनी मिल में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म किया जाय। ताकि रिकवरी बढ़ जाय है। मौके पर पार्टी के राज्य नेता मुंशी ठाकुर, विजय यादव, किसान जानकी ¨सह, अमन मिश्र, नवीन ¨सह, दिवाकर ¨सह, अशोक ¨सह, अजीत ¨सह, ज्योतिशंकर ¨सह, इम्तयाज अंसारी, चुन्नू ¨सह, रविशंकर ¨सह आदि भी उपस्थित रहे।
वहीं इस संबंध में चीनी मिल के महाप्रबंधक पीके ¨सह ने बताया कि हमारे क्षेत्र में 34 लाख ¨क्वटल गन्ना है। एक ही बार में सभी गन्ना कैसे ले सकते है। चालान देने का एक सिस्टम है। उसी से चालान निकलता है। रही बात रिजेक्ट वेराइटी की तो वह तो हम ले रहे है।