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शिक्षक पत्नी की संदिग्ध मौत मामले में पति समेत चार नामजद

बेतिया । नगर के पुरानी गुदरी आर्य समाज रोड स्थित गणेश गुप्ता के मकान में किराये पर रह रही एक शिक्षक

By Edited By: Published: Fri, 27 May 2016 08:48 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2016 08:48 PM (IST)
शिक्षक पत्नी की संदिग्ध मौत मामले में पति समेत चार नामजद

बेतिया । नगर के पुरानी गुदरी आर्य समाज रोड स्थित गणेश गुप्ता के मकान में किराये पर रह रही एक शिक्षक की पत्नी की मौत संदिग्ध अवस्था में हो गई। मृतक गोपालपुर थाना के गोपालपुर गांव निवासी शिक्षक ईश्वरचंद्र उर्फ नीरज गिरी की पत्नी निशु देवी (30) बतायी जा रही है। लाश पुलिस को बेतिया एमजेके अस्पताल में मृतक के परिजनों के सहयोग से मिली। इस संदर्भ में पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली थाना स्थित परसा बहुअरवा निवासी मृतका के भाई धर्मेद्र कुमार गिरी ने काली बाग ओपी में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें ससुराल पक्ष के चार लोगों को दहेज के लिए हत्या कर देने का नामजद अभियुक्त बनाया है। अभियुक्तों में मृतक के पति ईश्वरचंद्र उर्फ नीरज गिरी, ससुर राघव गिरी, सास विंदा देवी, ननद अंबा कुमारी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इधर पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर अत्यपरीक्षण के उपरांत मायके वालों को सौंप दिया है। इस संदर्भ में कालीबाग ओपी प्रभारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि मृतक के मायके की ओर से थाने पर सूचना दी गई कि निशु देवी की हत्या उसके ससुराल के लोग कर के लाश को कहीं छुपा दिये है। लाश हौस्पिटल में होने की बात पता चलते ही पुलिस वहां पहुंची और लाश को अपने कब्जे में ले लिया। आरोप है कि निशु के ससुराल पक्ष के लोगों ने हमेशा उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया करते थे। मृतक का भाई ने अपने बयान में हत्या की वजह दहेज ही लगाया है।

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पहले रक्सौल फिर बेतिया में पति संग रहती थी निशु

बेतिया : शिक्षक ईश्वरचंद्र उर्फ नरेंद्र गिरी पेशे से एक शिक्षक थे। उनकी शादी दस वर्ष पूर्व निशु देवी से हुई थी। तब ईश्वरचंद्र उर्फ नीरज गिरी रक्सौल के किसी विद्यालय में शिक्षक हुआ करते थे। शादी के कुछ ही दिनों बाद वे अपनी पत्नी को लेकर गोपालपुर से रक्सौल चला गया। किराये के मकान लेकर नीरज अपने दांपत्य जीवन सुखमय गुजार रहा था। कुछ दिनों बाद नीरज का तबादला चनपटिया प्रखंड के घोघा के एक विद्यालय में हो गया। लेकिन वह अपने बीबी और बच्चों को बेतिया डेरा लेकर रहने लगा। नीरज कुछ बच्चों को टयूशन भी पढ़ाता है। इस बीच निशु ने चार बच्चों को जन्म दी थी। लेकिन पता नहीं इस बीच इस दंपत्ति में ऐसा क्या हो गया जो मौत का रुप धारण कर लिया। फिलहाल पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। जो अनुसंधान के उपरांत पूरी रहस्य से पर्दा उठ सकेगा। इधर ससुराल पक्ष के सभी आरोपी फरार बताये जा रहे है।

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नसबी नहीं हुआ पति से मुखाग्नि

बेतिया : शिक्षक नीरज गिरी पत्नी की मौत का कारण चाहे जो हो पर एक सुहागीन को मृत्यु सैया पर नसीब होने वाली मुखाग्नि नसीब नहीं हो सकी। जिस घर से उसकी डोली उठी थी उसी घर में आज उसकी अर्थी जब पहुंची तो चहुंओर चितकार मच गया। हर जबां पर निशु की शालिनता की चर्चा चहुंओर था। निशु की मायके परसा बहुअरी में जैसे ही लाश पहुंची हर किसी की आंखे नम हो गई।

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अनाथ हो गए बच्चे, बिखर गया परिवार

बेतिया : करीब एक दशक से निशु और नीरज ने अपने दांपत्य जीवन के दौरान चार बच्चों का एक हरा भरा परिवार के साथ अपनी गुजर बसर कर रहे थे। बड़ा बेटा सात वर्ष का है। बाकि दो लड़की एक लड़का उससे छोटे है। नीरज अपनी पत्नी की खुशी को लेकर कभी रक्सौल तो कभी बेतिया रह कर अपने परिवार सजोया था। पता नहीं ऐसी कौन सी तूफान इन दोनों के बीच आया की पत्नी निशु की मौत हो गई और इसके साथ ही परिवार बिखर गया। बच्चे अनाथ हो गए।


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