पत्नी के परिजनों से मारपीट करना पड़ा महंगा
बेतिया। झोला छाप चिकित्सक डा. निजामुद्दीन अंसारी को पत्नी एवं उसके परिजनों से मारपीट करना महंगा पड़
बेतिया। झोला छाप चिकित्सक डा. निजामुद्दीन अंसारी को पत्नी एवं उसके परिजनों से मारपीट करना महंगा पड़ा है। पत्नी तमन्ना खातून के भाई बलिस्टर मियां के लिखित प्रतिवेदन पर नगर थाने की पुलिस ने डा. निजामुद्दीन अंसारी सहित पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि बलिस्टर मियां रामनगर थाने के फुलकौल निवासी बलिस्टर मियां एवं अन्य न्यायालय से अपने घर जा रहे थे। जैसे हीं छावनी पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, आरोपियों ने उन्हें घेर लिया और जान मारने की नीयत रॉड से प्रहार किया। जब बलिस्टर को उसका भाई एवं अन्य लोग बचाने आये, तो चाकू से प्रहार शुरू कर दिया गया। इस मामले में उच्च न्यायालय से जब कोई राहत नहीं मिली, तो आरोपी डा. निजामुद्दीन अंसारी मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आत्मसमर्पण कर जमानत के लिए याचिका दी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यहां बताना जरूरी है कि झोला छाप चिकित्सक डा. निजामुद्दीन अंसारी पूर्व में बैरिया थाने के खिरियाघाट के नर्सिग होम का संचालन करते थे। पत्नी के इस आशय का उद्भेदन करने पर उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी थी। अब एक बार फिर वे पत्नी एवं परिजनों से हुए तकरार के मामले में जेल भेज दिये गये हैं।