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अपनों के चलते फजीहत में पड़े थानेदार

बेतिया। साठी थाना प्रभारी अवधेश प्रसाद यादव शनिवार को दनियाल परसौना गांव में अपने पदाधिकारियों के चल

By Edited By: Published: Sun, 30 Aug 2015 12:14 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 12:14 AM (IST)
अपनों के चलते फजीहत में पड़े थानेदार

बेतिया। साठी थाना प्रभारी अवधेश प्रसाद यादव शनिवार को दनियाल परसौना गांव में अपने पदाधिकारियों के चलते फजीहत झेलनी पड़ी। ग्रामीणों के अनुसार इधर कुछ दिनों से दरोगा रामविनय कुमार व चौकीदार मनोज यादव की दबंगई काफी बढ़ गयी थी। जिसके शिकार थानेदार हुए। यह संयोग ही कहा जायेगा कि घटना के बाबत थानाध्यक्ष अवर निरक्षक नेयाज अंसारी व पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे थे। अगर आम दिनों की तरह दरोगा रामविनय व चौकीदार मनोज पहुंचते तो शायद बड़ी अनहोनी हो जाती।

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निशाने पर रहे दरोगा विनय व चौकीदार मनोज

घटना की जानकारी पाकर स्थल पर पहुंचे एएसपी अभियान राजेश कुमार के समक्ष आक्रोशित ग्रामीणों ने दरोगा विनय कुमार व चौकीदार मनोज के द्वार निर्दोष ग्रामीणों पर झुठे मुकदमें, अवैध शराब की भट्टी सहित कई कारगुजारी को रखा। दोनों को निलंबित करने तथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग रख दी।

थाने में चलती दलालों व चाटुकारों का राज

मौके पर पहुंचे एएसपी अभियान राजेश कुमार व अन्य वरीय पदाधिकारियों से सबसे पहले शिकायत थाने में वे वजह जमघट लगाये चाटुकारों की हुई। एक स्वर से ग्रामीणों ने थाने पर अनावश्यक जमघट लगानेवाले दलालों व चाटुकारों पर रोक लगाने की मांग की। वही एक दबंग अपराधी प्रवृति के व्यक्ति के मामले में हस्तक्षेप करने की बात बतायी।

रंग लाई एएसपी की पहल

दनियाल परसौना गांव में पुलिस के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश देखते ही बना। लेकिन मौके पर पहुंचे एएसपी ने समझा-बुझा कर मामले को शांत किया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भी आश्वासन ग्रामीणों को दिया। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हो गया और उन्होंने बंधक को मुक्त कर दिया।

आधा दर्जन थाने की पहुंची थी पुलिस

शनिवार को पुलिस के प्रति बिगड़ हालात की सूचना पर जिला पुलिस मुख्यालय सकते में आ गया। हालात को काबू में रखने के लिए एसपी विनय कुमार ने आधा दर्जन थाने की पुलिस बल व दंगा नियंत्रण वाहन को दनियाल परसौना गांव में रवाना कर दिया।

आक्रोशित लोगों ने डीएसपी को भी खदेड़ा

शुरूआती दौर में माहौल पुरी तरह गरम रहा। पुलिस बल को देखते ही ग्रामीणों ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और उनपर हमला बोल दिया। विरोध इतना उग्र था कि डीएसपी पुलिस बल के साथ वहां भाग खड़े हुए। उन्हें भागते देख ग्रामीणों ने एक मीटर तक दौड़ा दिया।

एक बार धैर्य का परिचय दिया थानेदार अवधेश ने

साठी थानाध्यक्ष ने भभटा में हुए दोहरे हत्या कांड तथा विगत दिनों साठी गांव के पास एसएसबी के वाहन से हुई बाबू साहेब की हुई मौत के बाद ग्रामीणों के आक्रोश को बखूबी संभाला था। एक बार दनियाल परसौना गांव में उत्पन्न स्थिति से निपटने में धैर्य का परिचय दिया। जब महिलाओं ने उनपर लाठी, फट्टा से हमला कर दिया तो वे पीटने के बावजूद भी काफी संयम बरते।

झूठे मुकदमों की फेहरिश्त लंबी करने का आरोप

मौके पर पहुंचे एएसपी राजेश कुमार को ग्रामीणों ने एक आवेदन भी दिया जिसमें चौकीदार मनोज दरोगा रामविनय कुमार के मेल से गांव के कई लोगों पर झूठा मुकदमा करने का खुलासा किया है। आवेदन में जीउत साह पर गलत मुकदमा कर जेल भेजा गया। वही पारस शर्मा की जमीन को हथियाने को लेकर पक्षपात करने तथा महावीरी झंडा व जन्माष्टमी के अवसर पर शांति भंग करने में सक्रियता निभाने का आरोप लगाया।


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