मांगों को ले डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों ने दिया धरना
बेतिया। तीन सूत्री मांगों को ले डिग्री कालेजों के शिक्षकों ने समाहरणालय के मुख्य द्वार पर बुधवार को
बेतिया। तीन सूत्री मांगों को ले डिग्री कालेजों के शिक्षकों ने समाहरणालय के मुख्य द्वार पर बुधवार को धरना दिया। बिहार राज्य सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के आहवान पर आयोजित धरना की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष डा.बीएन झा ने किया। इस अवसर पर नाराज शिक्षक शिक्षा विरोधी नीतियों के लिए सरकार पर जमकर बरसे। वक्ताओं ने कहा कि शहर के महाविद्यालयों को सरकार अधिग्रहण नही कर रही है नतीजन उच्च शिक्षा व्यवस्था हासिये पर चली गयी है। शिक्षकों के सेवा सामंजन नहीं होने से शिक्षक कष्ट में है। लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। धरना को संबोधित करते हुए प्रो. राकेश शर्मा ने कहा कि शिक्षकों को 2010 से 2015 तक का बकाया अभी नहीं मिल सका है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षक कब तक सरकार के गलत नीतियों को बरदास्त करेंगी। प्रो. ब्रिज बिहारी ने कहा कि सरकार बिहार के विकास होने की बात कर रही है लेकिन यहां का महिला कालेज का अभी तक अधिग्रहण नहीं हो सका है। नित्यानंद ओझा ने कहा कि शहर में मात्र दो ही अधिग्रहित कालेज है जबकि बेहतर काम करने के बावजूद शेष कालेजों का न तो अधिग्रहण किया गया है और न शिक्षकों की सेवा का सामंजन ही किया गया है। संघ के सचिव प्रो.शशिभूषण श्रीवास्तव ने कहा कि महासंघ अब सरकार के मनमानी को सहने को तैयार नहीं है। मांगों को लेकर अब वे आन्दोलन को तैयार है। अगर उनकी मांग पुरी नहीं करती है तो महासंघ 4 अगस्त को पटना में धरना व प्रदर्शन करेंगी। धरना को प्रो. गीता ओझा, एजाज हसन, प्रो.श्रीकांत पाण्डेय, मणिभूषण मिश्र, अविनाश कुमार पाण्डेय, उमेशचंद यादव, प्रो. हसीवूर्ररहमान, धनेश्वर, वृषभान शुक्ला, अशोक कुमार सिंह, कमलेश वर्मा,वीरेन्द्र प्रसाद, डा.कल्पना सिंहा, डा.सिम्मी सिंहा, रश्मि वर्मा, शीला रंजन, शकुंतला पाण्डेय आदि ने संबोधित किया।