दोषी सिपाहियों पर होगी कार्रवाई
बगहा। पठखौली ओपी के नरवल-बरवल पंचायत स्थित हिरौती चौक पर संचालित पब्लिक हेल्थ केयर सेंटर पर हुई छापे
बगहा। पठखौली ओपी के नरवल-बरवल पंचायत स्थित हिरौती चौक पर संचालित पब्लिक हेल्थ केयर सेंटर पर हुई छापेमारी के दौरान पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए डा. जुल्फीकार मामले में दोषी पाये गए दो पुलिस जवानों को कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक मो. शफीउल हक ने बताया कि गलत तरीके से आपरेशन करने वाले एमबीबीएम चिकित्सक सतीश कुमार पर सरकारी चिकित्सक डा. राजेश सिंह के बयान पर एक मामला दर्ज किया गया है। जिसमें गिरफ्तार उक्त चिकित्सक को थाना से ही जमानत दे दी गई है। विदित हो कि मोतिहारी के उक्त एमबीबीएस द्वारा ही डा. जुल्फीकार के द्वारा संचालित नरसिंग होम में दो महिलाओं के बच्चेदानी निकाली गई थी। एसपी ने बताया कि कोई भी एमबीबीएस चिकित्सक गंभीर मामलों का आपरेशन नहीं कर सकता। इसके लिए एमएस होना जरूरी है।
फिर बचाया गया डा. जुल्फीकार को
बगहा (प.च.) : पठखौली ओपी में सरकारी चिकित्सक डा. राजेश सिंह के बयान पर कांड संख्या 308 /15 दर्ज किया गया है। जिसमें केवल मोतिहारी के एमबीबीएस चिकित्सक सतीश कुमार को ही नामजद किया गया है। जबकि पुलिस द्वारा की गई छापेमारी व जांच में पाया गया था कि डा. जुल्फीकार ही आपरेशन किया जा रहा था जहां पुलिस के जाने के बाद ही पिछले दरवाजे से उक्त चिकित्सक फरार हो गया था। बाद में वह उक्त अस्पताल परिसर में पुलिस के समक्ष देखा गया था, लेकिन पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। ऐसे में जब सरकारी चिकित्सक द्वारा पठखौली ओपी में मामला दर्ज कराया गया तो उसमें डा. जुल्फीकार का नाम अंकित नहीं किया गया। जिससे स्पष्ट हो गया है कि उक्त चिकित्सक को सरकारी महकमा ही संरक्षण दे रहा है। कारण कि इसके पहले भी उक्त नरसिंग होम पर दो बार सिविल व पुलिस प्रशासन द्वारा छापेमारी की गई थी। उस समय भी किसी भी विभाग द्वारा उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं किया और इस बार भी उसे इस मामले में अलग रखा गया है।
बयान
सरकारी चिकित्सक डा. राजेश सिंह द्वारा लिखित जो बयान दिया गया है। उसमें डा. जुल्फीकार का नाम नहीं दिया गया है। वैसे पुलिस ने उक्त चिकित्सक के खिलाफ थाना दैनिकी में अंकित किया गया है। जांच के बाद उन्हें भी इस मामले में नामजद अभियुक्त बनाया जायेगा।
ललित मोहन शर्मा
एसडीपीओ, बगहा