बदलते मौसम में बच्चों में संक्रमण का खतरा
वाल्मीकिनगर (पच), संवाद सूत्र : मौसम बदल रहा है इस बदलते मौसम में बीमारियां सिर उठाने लगी हैं। घर-घर
वाल्मीकिनगर (पच), संवाद सूत्र : मौसम बदल रहा है इस बदलते मौसम में बीमारियां सिर उठाने लगी हैं। घर-घर खांसी, नजला, जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। चिकित्सक डा. राजू प्रसाद का कहना है कि इस बदलते मौसम में आम लोगों को अपनी दिनचर्या बदलनी होगी। खाने पीने पर भी सावधानी जरूरी है। खास तौर पर छोटे बच्चों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इस मौसम में उनके छाती में इंफेक्शन का खतरा रहता है। मौसम बदलाव के कारण गर्मी का एहसास होने लगा है। दिन में चाहे गर्मी लगे पर रात में सर्दी का एहसास होने लगता है। चिकित्सकों की राय में बुखार के मरीज को पहले जांच कराया जाय। इसके बाद इलाज होना चाहिए अगर बुखार सात दिनों तक लगतार रह रहा है तो ऐसे मरीजों को मलेरिया या मियादी बुखार की संभावना बढ़ जाती है। मच्छरों से बचने के लिए मच्छर दानी का प्रयोग करे। मां इस बात का ख्याल रखें कि बच्चों को लेटे-लेटे दूध न पिलाए ऐसे बच्चे को चेस्ट इंफेक्शन होने का खतरा रहता है। मौसमी सब्जी खाए ठंडी चीजें जैसे कोल्ड ड्रिंक, फ्रीज का पानी इस्तेमाल न करें। पानी को उबालकर ठंडा कर पिये। साफ-सफाई का ध्यान रखें।