प्रसव वार्ड की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आक्रोश, तालाबंदी की धमकी
बेतिया, संवाद सहयोगी : प्रसव वार्ड में सुरक्षा की व्यवस्था नहीं किये जाने से कर्मचारियों के बीच आक्रोश का माहौल बना हुआ है। इन कर्मचारियों की ओर से कभी भी प्रसव वार्ड में ताला लगाने जाने की चर्चाएं गर्म है। कर्मचारियों कहना है कि 14 जून को मरीज की मौत के बाद प्रसव वार्ड में परिजनों द्वारा हंगामा करते हुए तोड़फोड़ किया गया था जिसको लेकर प्रसव वार्ड का कार्य दो दिनों तक बंद कर दिया गया और अस्पताल प्रशासन की ओर से सुरक्षा की मांग की गयी थी। अस्पताल अधीक्षक डा. परशुराम प्रसाद द्वारा कहा गया था कि 72 घंटे के अंदर सुरक्षा की व्यवस्था कर दी जायेगी जिसके बाद प्रसव कार्य आरंभ कर दिया। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी सुरक्षा की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन की ओर नहीं की गयी है गया। कर्मचारियों का आरोप था कि बार बार प्रसव कक्ष में परिजनों द्वारा हंगामा और तोड़फोड़ किया जाता है। अस्पताल इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती है। इसलिए शीघ्र ही तालाबंदी किया जाएगा।
इनसेट
चालीस के बदले पचीस नर्स हीं हैं कार्यरत
बेतिया : एमजेके अस्पताल में वर्तमान में चालीस नर्सो की आवश्यकता है जिसमें वर्तमान समय में महज पचीस नर्स हीं कार्यरत हैं जिससे एक नर्स के भरोसे कभी कभी दो दो वार्डो की जिम्मेदारी दे दी जाती है जिससे जहां उन्हें तो परेशानी होती हीं है उसके साथ हीं मरीजों तथा उनके परिजनों को भी खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इनसेट बयान
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की गयी है। एसपी द्वारा सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराते हीं अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था बहाल कर दी जायेगी।
डॉ. परशुराम प्रसाद
अधीक्षक एमजेके अस्पताल