नशामुक्त समाज से सु²ढ़ देश का होगा निर्माण : आचार्य महाशरण
सात राज्यों से होते हुए नैतिकता, सछ्वावना और नशामुक्ति का संदेश लेकर पैदल अ¨हसा।
वैशाली। सात राज्यों से होते हुए नैतिकता, सछ्वावना और नशामुक्ति का संदेश लेकर पैदल अ¨हसा यात्रियों का जत्था शुक्रवार को लालगंज सहदुल्लाहपुर पहुंचा। यहां श्वेतांबर जैन धर्म के 11वें मुनि आचार्य श्री महाशरण जी महाराज ने कहा कि नैतिकता, सछ्वावना और नशामुक्त समाज से ही देश का विकास संभव है। प्रत्येक मनुष्य को देश और समाज के कल्याण के लिए अपने जीवन का कुछ समय अवश्य देना चाहिए। सछ्वावना से प्राणियों में आपसी भाईचारे की भावना जागृत होती है। वैसे ही नैतिकता मनुष्य को ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करने का बोध कराती है। नशामुक्त समाज से एक सु²ढ़ देश का निर्माण होता है। समाज में फैली कुरीतियों, खैनी, बीड़ी, सिगरेट, शराब से आज की पीढ़ी को दूर रखने की जिम्मेवारी समाज के लोगों की बनती है। तभी हम एक विकसित देश का निर्माण कर सकते है।
सात राज्यों से होते हुए पहुंचे लालगंज
जैन मुनि जितेंद्र ने बताया कि आचार्य मुनि के साथ आठ सौ साधू, साधवी एवं समनि का जत्था 9 नवंबर 2014 को अखिल भारतीय श्वेताम्बर तेरह पंथी के तत्वाध्वान में आचार्य श्री महाशरण जी के नेतृत्व में नैतिकता, सछ्वावना और नशामुक्ति का संदेश लेकर पैदल अ¨हसा यात्रा पर निकला है जो भूटान, नेपाल सहित भारत के 19 राज्यों में भ्रमण करते हुए 15 हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करेगी। कहा कि अ¨हसा यात्रा काठमांडू, विराट नगर, फारबिसगंज, गुहाटी, नागालैंड, कोलकत्ता, कटक, भुवनेश्वर, मुजफ्फरपुर होते हुए शुक्रवार को लालगंज के सहदुलहपुर पहुंचा है। गुरुवार को वैशाली में पदयात्रा रुकी थी। जहां दिगंबर मुनि शीतल सागर के साथ आचार्य श्री महाश्रवण ने मुलाकात की। दोनों का मकसद मानव कल्याण ही है। विश्राम के लिए जहां पड़ाव लगाया जाता है वहां स्वास्थ्य शिविर, किताबों का स्टॉल भी लगाया जाता है। लोगों को जागरूक करने के लिए संध्या समय प्रेरक फिल्म दिखाई जाती है। यात्रा में शामिल जैन मुनि शुक्रवार को लालगंज में ही विश्राम करेंगे। शनिवार की सुबह अ¨हसा यात्रा हाजीपुर के लिए प्रस्थान करेगी।