सशक्त नारी की प्रतीक रहीं जयललिता : किशलय
पिछले 74 दिनों से चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रही तमिलनाडु की मुख्यमंत्री सुश्री जयललिता के आकस्मिक निधन पर राष्ट्रीय युवा विकास परिषद ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत जयललिता को अपनी श्रद्धा-सुमन अर्पित की है।
वैशाली। पिछले 74 दिनों से चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रही तमिलनाडु की मुख्यमंत्री सुश्री जयललिता के आकस्मिक निधन पर राष्ट्रीय युवा विकास परिषद ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत जयललिता को अपनी श्रद्धा-सुमन अर्पित की है। राष्ट्रीय युवा विकास परिषद अध्यक्ष किशलय किशोर एवं जिलाध्यक्ष रविशंकर ने अम्मा के नाम से मशहूर तमिलनाडु की मुख्यमंत्री सुश्री जयललिता के निधन को भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा है कि दिवंगत जयललिता भारतीय संसदीय राजनीति में महिला सशक्तिकरण की एक अद्भुत उदाहरण थी।
तामिलनाडु की जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरने की दिवंगत जयललिता की शैली ने ही उन्हें गरीबों का मसीहा बनाया। परिषद अध्यक्ष ने अपने शोक-संदेश में दिवंगत जयललिता के जीवनवृत्त की चर्चा करते हुए कहा कि 1948 में उनका जन्म एक निर्धन परिवार हुआ था। जब उनकी आयु मात्र दो वर्ष की थी, तभी उनके पिता का देहांत हो गया और तभी से उन्होंने अपने जीवन को अंदर संघर्ष को समाहित कर लिया। इसी का परिणाम था कि रूपहले पर्दे की अभिनेत्री से देश की सफल नेत्री बनने का उनका सफर अद्भुत,अकल्पनीय एवं अनुकरणीय रहा। परिषद अध्यक्ष ने कहा कि दिवंगत सुश्री जयललिता की तमिलनाडु की जनता में लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 1990 से लेकर 2016 तक एक-दो मौकों को छोड़ वह लगातार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी रही। उनकी जैसी नेत्री का निधन हो जाना केवल तमिलनाडु के लिए ही नहीं पूरे भारतवर्ष के लिए शोक का विषय है।आज उनकी स्मृति में सभी की आंखे नम हैं। राष्ट्रीय युवा विकास परिषद अध्यक्ष किशलय किशोर एवं जिलाध्यक्ष रविशंकर के अलावा राजा उत्सव, कुमार गौरव, अंशु कुमार, प्रजीत कुमार, शुभम कुमार, प्रकाश गोलु, लव भारद्वाज, अभिषेक शर्मा, विनोद कुमार, रूपेश पाण्डेय, रविप्रकाश रवि, अभिनव भारती, कुंदन चौधरी तथा कौशल आदि संगठन सदस्यों ने परिषद की ओर सशक्त नारी दिवंगत जयललिता को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।