आधी आबादी को सशक्त बनाएगी जागरण पहल
हाजीपुर। सामाजिक संतुलन के लिए पुरुष और स्त्री का समाज में एक निश्चित अनुपात जरूरी है। महि
हाजीपुर। सामाजिक संतुलन के लिए पुरुष और स्त्री का समाज में एक निश्चित अनुपात जरूरी है। महिलाओं की घटती संख्या से समाज की कड़ी असंतुलित हो रही है। इस असंतुलन को समाज से कैसे दूर किया जाए, इसी सोच के साथ जागरण पहल और महिला विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में सपनों को चली छूने परियोजना के चतुर्थ चरण का शुभारंभ बुधवार की सुबह साढ़े दस बजे से वैशाली महिला महाविद्यालय में होगा। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम के दौरान घटते ¨लगानुपात और इसके मूल कारणों पर न सिर्फ चर्चा होगी बल्कि इसके प्रति लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। यह जानकारी जागरण पहल के जिला परियोजना समन्वयक दीपक कुमार व हिमांशु कुमार ने दी।
उन्होंने सपनों को चली छूने परियोजना पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि इस परियोजना के तहत पूर्व में 20 जिलों के 54 महाविद्यालयों 1 लाख 27 से ज्यादा लड़कियों को जागरूक किया गया है। चौथे चरण में बिहार के चयनित नौ जिलों की आधा आबादी में आत्मविश्वास पैदा करने तथा उनके सपनों के पंख कार्यक्रम के पहले दिन जेंडर फेयर नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य एवं जिला स्तर के सरकारी एवं गैर सरकारी संगठन, संस्थाएं अपने-अपने स्टॉल लगाएंगे। इन स्टॉलों के माध्यम से वे अपने अनुभवों को छात्राओं के साथ साझा कर उन्हें जागरूक करेंगे। तेजी से असंतुलित होते ¨लगानुपात को रोकने की दिशा में इस परियोजना ने एक नई उम्मीद जगाई है। यदि लड़कियों में क्षमता का विकास किया जाए और उन्हें बेहतर अवसर मिले तो वे भी समाज में सकारात्मक बदलाव का सशक्त नेत्री बन सकती है। इस परियोजना के माध्यम से ¨लग भेद की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया गया है।
जेंडर फेयर कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम रचना पाटिल करेंगी। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त सर्व नारायण यादव व सिविल सर्जन डॉ. इंद्रदेव रंजन रहेंगे। इस मौके पर महिला विकास निगम के परियोजना निदेशक रूपेश कुमार सिन्हा और डीपीएम मनमोहन भी मौजूद रहेंगे।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. नारायण दास ने बताया कि ¨लग भेदभाव पर आधारित कार्यक्रम को लेकर छात्राओं में काफी उत्साह है। इस तरह के कार्यक्रम को लेकर छात्राओं में काफी उत्साह है। इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में सदियों से चली आ रही घिसी-पीटी सामाजिक अवधारणा को तोड़कर नये जमाने के साथ चलने का एक बेहतर प्लेटफॉर्म प्रदान किया जा रहा है।
जेंडर फेयर में इन संस्थानों के लगेंगे स्टॉल
जागरण पहल, महिला विकास निगम, महिला हेल्प लाइन, जिला स्वास्थ्य समिति, आपदा प्रबंधन, जननी, सेंटर डाइरेक्ट, डब्लूएसपी, रोटरी पटना, वर्ल्ड विजन, कन्हाई शुक्ला सामाजिक सेवा संस्थान, नारायणी सेवा संस्थान, आर्चर फाउंडेशन, अल्पावास गृह एवं संस्थान।